MP चुनाव: 15 सालों से वनवास झेल रही कांग्रेस को संजीवनी देंगे ये बड़े नेता, पर्दे के पीछे से बना रहे रणनीति

मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से सत्ता का वनवास झेल रही कांग्रेस के लिए इस बार एमपी चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के लिए चाणक्य बनकर पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह पार्टी के लिए दिशा निर्दशित कर रहे हैं. इसी के चलते उन्होंने पांच ऐसे चेहरों को कांग्रेस में शामिल किया है जिनके सहयोग के साथ पार्टी मध्य प्रदेश में सत्ता पलटने की तैयारी में लग गई है.
देवाशीष झारिया
दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश राजनीति के दलित चेहरे देवाशीष झारिया को भी कांग्रेस में शामिल किया है. इस बात की पुष्टि खुद झारिया ने करते हुए बताया कि वह दिग्विजय सिंह के कहने पर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. झारिया ने दावा भी किया है कि दिग्विजय आने वाले 20 साल की राजनीति को तैयार कर रहे हैं. गौरतलब है कि देवाशीष झारिया ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है. कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया है. गौरतलब है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 32 सीटों पर एकतरफा जीत हासिल की थी.
डॉ. आनंद राय और आशीष चतुर्वेदी
व्यापम मामले का खुलासा करने वाले डॉ. आनंद राय भी शिवराज के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं. राय एक आरटीआई एक्टिविस्ट हैं और अब चुनावों में कांग्रेस के साथ हैं.
व्यापमं मामले में दूसरे सबसे बड़े एक्टिविस्ट रहे आशीष चतुर्वेदी भी इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं. हालांकि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है. लेकिन वो कांग्रेस के साथ इन चुनावों में मजबूती से खड़े हैं.
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अर्जुन आर्य
बीजेपी के खिलाफ शिवराज सिंह को उनके ही क्षेत्र में मात देने के लिए दिग्विजय सिंह अपनी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं. इसके लिए उन्होंने किसान व ओबीसी नेता अर्जुन आर्य को कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया है. गौरतलब है कि अर्जुन को सपा ने उम्मीदवार भी बना दिया था लेकिन उन्होंने टिकट वापस करके कांग्रेस का साथ देने का फैसला किया है.
अर्जुन आर्य ने कांग्रेस से टिकट की मांग करके मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी. लेकिन पार्टी ने अरुण यादव को इस बार मैदान में उतारा है. ऐसे में अर्जुन अरुण यादव को पूरा समर्थन कर रहे हैं, जिसने शिवराज के लिए एक नई परेशानी खड़ी कर दी है.
हीरालाल अलावा
वहीं दूसरी तरफ एमपी के आदिवासी चेहरे के तौर पर उभरे युवा नेता हीरालाल अलावा ने भी कांग्रेस का हाथ थामा है. अलावा ने जयस संगठन के जरिए आदिवासी इलाकों में पिछले दिनों अपनी गहरी पैठ बनाई