मुज़फ़्फ़रनगर दंगे पर खुलासा : 41 में से 40 मामलों में सभी अभियुक्त हुए बरी

मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के 41 में से 40 मामलों में सभी अभियुक्तों को छोड़ दिया गया है. अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक इन्वेस्टीगेशन रिपोर्ट में कहा है कि हत्या के 10 मामलों में कई ख़ामियां शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार जैसे पांच गवाह मुकर गए कि वो अपने रिश्तेदार की हत्या के समय मौक़े पर उपस्थित थे जबकि एफआईआर में ऐसा दर्ज था.
छह गवाहों ने कहा कि पुलिस ने उनसे ख़ाली पन्नों पर जबरन दस्तखत करवाए थे. पुलिस ने पांच मामलों में हत्या में इस्तेमाल हथियार पेश नहीं किये. इस मामले में पुलिस से कोई सवाल नहीं किया गया.
साल 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों में दर्ज 10 हत्या के मामलों में 65 लोगों की मौत हो गई. अदालतों ने जनवरी 2017 और फरवरी 2019 के बीच 10 हत्या के मामलों में अभियुक्तों बरी किया. रिपोर्ट के अनुसार 2017 के बाद से मुजफ्फरनगर की अदालतों ने दंगों से जुड़े 41 मामलों में फैसले सुनाए हैं. सभी 40 बरी हुए लोग मुस्लिमों पर हमले के मामलों में में दोषी हैं.
ये सभी मामले अखिलेश यादव सरकार के तहत दर्ज किए गए थे और जांच शुरू की गई थी. इस साल 8 फरवरी को एकमात्र मामल में सजा दी गई जब सत्र अदालत ने सात अभियुक्तों - मुज़म्मिल, मुज़स्सिम, फुरकान, नदीम, जांगिड़, अफ़ज़ल और इकबाल को 27 अगस्त को कवाल गाँव में चचेरे भाई गौरव और सचिन की हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया.
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First published: 19 July 2019, 11:11 IST