अभिव्यक्ति की आजादी पर देश में कोई रोक नहीं: आडवाणी
असहिष्णुता पर चल रहे देशव्यापी बहस में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी पर किसी तरह का कोई सवालिया निशान नहीं है.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर कौन लोग ऐसा कह रहे हैं ? इस मामले पर मोदी सरकार का बचाव कर रहे भाजपा मार्गदर्शक मंडल के वरिष्ठ नेता आडवानी इससे पहले पार्टी नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे थे.
इससे पहले मुंबई में हुए सुधीन्द्र कुलकर्णी पर हुए हमले पर आडवानी ने अपने बयान में कहा था कि देश में असहिष्णु ताकतें बढ़ रही हैं. मोदी सरकार की कार्यशैली से नाराज आडवानी ने तो एक बार यहां तक कह दिया था कि देश में इमंरजेंसी के हालात पैदा हो गये हैं.
परोक्ष तौर पर उपेक्षा झेल रहे पार्टी के इस वरिष्ठ नेता ने कई बार मोदी सरकार की खुली आलोचना की है और अब ऐसे में उनका यह बयान उनके पूर्व में दिये गये बयानों के बीच द्वंद की स्थिति को दर्शाता है.
गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने आवास पर झंडा फहराने के बाद आडवाणी ने कहा कि 'मैं नहीं जानता कि कौन लोग हैं, जो ऐसा कह रहे हैं कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है.'
लाल कृष्ण आडवानी ने कहा कि 'ब्रिटिश राज में अभिव्यक्ति की आजादी कुचलने के प्रयास के खिलाफ लोगों ने कड़ा संघर्ष किया. गणतंत्र दिवस पर लोगों में देशभक्ति की भावना स्वाभाविक है, लेकिन शिक्षा और खेल तथा अन्य तरीकों से इसे हमेशा जगाए रखने का प्रयास किया जाना चाहिए.'