सुप्रीम कोर्ट के 23 जजों में से इन 11 ने नहीं किया अपनी संपत्तियों का खुलासा

वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में 23 न्यायाधीशों में केवल 12 ने आधिकारिक वेबसाइट पर अपनी संपत्ति का खुलासा किया है. सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के मुताबिक 11 न्यायाधीश जो अभी तक अपनी संपत्ति और निवेश का खुलासा नहीं कर रहे हैं उनमें जस्टिस आरएफ नरीमन, एएम सपरे, यूयू ललित, डीवाई चंद्रचुद, एल नागेश्वर राव, संजय किशन कौल, मोहन एम शांतनगौदर, एस अब्दुल नाज़ीर, नवीन सिन्हा, दीपक गुप्ता और इंदु मल्होत्रा, न्यायमूर्ति नरिमन, ललित, राव शामिल हैं.
न्यायमूर्ति मल्होत्रा ने अप्रैल में पदभार संभाला था था जबकि पांच अन्य - जस्टिस कौल, शांतिनगौदर, नाज़ीर, सिन्हा और गुप्ता की डेढ़ साल पहले जबकि जस्टिस चंद्रचूड़ और राव की दो साल पहले नियुक्ति हुई थी. जिन लोगों ने अपनी संपत्ति का खुलासा किया है उनमें भारत के मुख्य न्यायाधीश और कोलेजीयम के अन्य चार न्यायाधीश और सात अन्य शामिल हैं. वेबसाइट से पता चलता है कि हाल ही में 6 जून 2018 को सीजेआई के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने गुवाहाटी में 65 लाख रुपये अपनी जमीन बेचीं थी.
वेबसाइट के मुताबिक सभी न्यायाधीशों, जिन्होंने अपनी संपत्ति घोषित की है, उनके पास कुछ जमीन है. यह रिकार्ड्स दिखाते हैं कि शीर्ष दो न्यायाधीशों के पास कार नहीं है. न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर के पास मारुति स्विफ्ट, न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ के पास मारुति एस्टीम और न्यायमूर्ति ए के सीकरी एक होंडा सिविक है.
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अदालत के 44 पूर्व न्यायाधीशों की संपत्तियों का रिकॉर्ड भी दिया गया है.1997 में जारी एक फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने सभी जजों के लिए अपनी, जीवनसाथी और निर्भर लोगों की संपत्ति का ब्योरा देना अनिवार्य किया था.
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First published: 2 July 2018, 10:26 IST