राहुल गांधी: पीएम मोदी को लोकतंत्र के मायने बताने के लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया

कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अदालत के फैसले के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करती हूं. जिन्होंने संवैधानिक शिष्टाचार और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने की कोशिश की थी, वे आज हार गए हैं."

Welcome SC's historic verdict.Those who had trampled upon constitutional propriety & democractic norms have been defeated today:Sonia Gandhi
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अदालत के फैसले पर खुशी जताई है. राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकतंत्र का अर्थ बताने के लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया."
Thank you Supreme Court for explaining to the Prime Minister what democracy is. #ArunachalPradesh
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 13, 2016
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मोदी सरकार को निशाने पर लिया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, "भारत के इतिहास में यह दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा."
पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट का केंद्र को झटका, अरुणाचल में बोलेगी तुकी की तूती
This day will be written in golden words in the history of India: Kapil Sibal,Congress #ArunachalPradesh pic.twitter.com/DW1yh7yFHe
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
'इस्तीफा दें अरुणाचल के राज्यपाल'
कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "सुप्रीम कोर्ट के फैसले के नतीजतन अब नबाम तुकी अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे."
इस दौरान सिब्बल ने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल पर भी हमला बोला. सिब्बल ने कहा, "अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ज्योति प्रसाद राजखोवा को इस्तीफा देना चाहिए. यह हमारी मांग है."
इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने कहा कि इस फैसले में जो केंद्रीय मंत्री शामिल थे, उनको इस मामले में सफाई देने के अलावा माफी भी मांगनी चाहिए.
Arunachal Pradesh Governor Jyoti Prasad Rajkhowa must resign, this is our demand: Kapil Sibal,Congress pic.twitter.com/WAyEQC4daq
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
'मोदी सरकार को दो बार जबरदस्त तमाचा'
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
केजरीवाल ने कहा, "मोदी जी को न तो संविधान में भरोसा है, न ही जनादेश में. वो इस देश को तानाशाही रवैए से चलाना चाहते हैं."
केजरीवाल ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा, "दो बार सुप्रीम कोर्ट से इतना जबरदस्त तमाचा लगा है मोदी सरकार को, पहले उत्तराखंड में और अब अरुणाचल प्रदेश में."
केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि इस फैसले के बाद पीएम मोदी जनता द्वारा चुनी गई सरकारों का आदर करने के साथ ही दिल्ली सरकार को भी काम करने देंगे.
Hope Modiji learns from this & respects Govts elected by ppl of nation. Hope he'll let Delhi Govt function: Kejriwal pic.twitter.com/kZIclA7cuP
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
सीपीआई (मार्क्सवादी) के नेता प्रकाश करात ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राज्यों के अधिकारों के संबंध में संवैधानिक स्थिति की रक्षा हुई है.
SC verdict has upheld the constitutional position regarding the rights of the States: Prakash Karat,CPIM #Arunachal pic.twitter.com/X4WdO7nzgW
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016
वहीं सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन ने कहा है कि फैसले का सम्मान किया जाएगा. सत्यपाल जैन ने कहा, "मुझे देखना होगा कि राज्यपाल के फैसलों को सुप्रीम कोर्ट ने किस वजह से खारिज कर दिया."
एएसजी सत्यपाल जैन ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट अंतिम अथॉरिटी है. हम आदेश को मानते हैं और इसके सामने सिर झुकाते हैं."
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसलों को असंवैधानिक बताते हुए अरुणाचल प्रदेश में 15 दिसंबर 2015 की स्थिति को बहाल करने का आदेश दिया है. उस वक्त राज्य में नबाम तुकी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार सत्तासीन थी.
First published: 13 July 2016, 3:49 ISTSC is the final authority, we accept the verdict and bow before it: Satyapal Jain (ASG) #ArunachalPradesh pic.twitter.com/UGK4X9DiCU
— ANI (@ANI_news) July 13, 2016