मायावती ने राहुल गांधी को फिर दिया झटका, MP-छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी छोड़ा हाथ

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस को झटका दिया है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बाद राजस्थान चुनाव में भी मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने का ऐलान किया है. खबर है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीएसपी राज्य की सभी 200 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.
माना जा रहा है कि बीएसपी को लगता है कि गठजोड़ की बातचीत सिरे नहीं चढ़ने का नुकसान अंतत: कांग्रेस को ही होगा. बीएसपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर ने पार्टी की चुनावी तैयारियों को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि तैयारी चल रही है और पार्टी सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
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बता दें कि बीएसपी राज्यस्तान में अनुसूचित जाति और जनजाति मतदाताओं में अच्छी पैठ रखती है. बीते कुछ चुनावों में धौलपुर, भरतपुर और दौसा के साथ साथ गंगानगर जिले की कुछ विधानसभा सीटों पर बीएसपी ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. यहां तक कि जिन सीटों पर वह जीत नहीं पाई, वहां भी उसने परिणाम तय करने में बड़ी भूमिका निभाई.
अगर साल 2013 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीएसपी ने तीन सीटें जीती थीं और आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस उसकी वजह से तीसरे नंबर पर खिसक गई थी. गौरतलब है कि बीएसपी 1990 से ही चुनाव लड़ रही है लेकिन उसे जीत का स्वाद 1998 में मिला जब उसके दो प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. उस साल बीएसपी ने कुल 108 प्रत्याशी उतारे और उसे 2.17 प्रतिशत वोट मिले थे.
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राजस्थान में अनुसूचित जाति की 34 और जनजाति की 25 सीटे हैं. बीएसपी ने साल 2013 के विधानसभा चुनाव में 195 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन इस बार सभी सीटों पर पार्टी प्रत्याशी खड़े करने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने कहा कि गठजोड़ सिरे नहीं चढ़ने का नुकसान अंतत: कांग्रेस को ही होगा, बीएसपी पर उसका कोई असर नहीं होने जा रहा है.