राज्यसभा चुनाव 2018: चुनाव से पहले सपा-बसपा को झटका, तीन विधायक भाजपा के पाले में

यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए आज (23 मार्च) चुनाव हो रहे हैं. बीजेपी की तरफ से एक अतिरिक्त उम्मीदवार उतार देने के बाद राज्यसभा का मुकाबला काफी रोचक हो गया है. मिनट दर मिनट बदलते समीकरण ने राज्यसभा का चुनाव रोचक बना दिया है.
गुरुवार (22 मार्च) तक लग रहा था कि इस रेस में सपा-बसपा जीत जाएगी जब अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने कमान अपने हाथ में ले ली थी. लेकिन आज (23 मार्च) को एक बार फिर जीत भाजपा के हाथों में जाती दिख रही है.
दरअसल दो विधायकों के पाला बदलकर भाजपा के साथ आ जाने व एक अन्य के भी देर रात तक आने की संभावना के साथ बीजेपी को फायदा होते दिख रहा है. साथ ही जेल में बंद विपक्ष के दो विधायकों को न्यायालय द्वारा मतदान के लिए इजाजत न मिलने के कारण विपक्ष की मुश्किलें खासी बढ़ गई हैं.
बृहस्पतिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दूत के रूप में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और वहां बैठक में मौजूद सभी विधायकों से मुलाकात की. इस दौरान वहां बसपा के पुरवा, उन्नाव से विधायक अनिल सिंह भी मौजूद थे. इसके अलावा बसपा की एक और विधायक वंदना सिंह के भी पहुंचने की चर्चा रही. हालांकि उनके पहुंचने की पुष्टि नहीं हो पाई.
लेकिन दावा किया जा रहा है कि बसपा का एक और विधायक भाजपा के साथ है. इससे पहले सपा के नितिन अग्रवाल पहले ही भाजपा के पाले में जा चुके हैं. वहीं निर्दलीय अमनमणि और विजय मिश्र भी भाजपा के समर्थन की घोषणा कर चुके हैं.
ऐसा लगता है कि भाजपा के रणनीतिकार राज्यसभा चुनाव के बहाने गोरखपुर और फूलपुर में सपा व बसपा की दोस्ती से मिली हार का हिसाब-किताब बराबर कर लेना चाहते हैं. जिस तरह की स्थितियां दिख रही हैं उसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव का मायावती की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
First published: 23 March 2018, 8:58 IST