एक साल बाद RBI ने लोगों को दी सौगात, जानिए क्या है ख़ुशख़बरी

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को बड़ी राहत दी है. आरबीआई ने अपनी तिमाही समीक्षा में अपनी ब्याज़ दरों मे बड़ी कटौती की है. इसके बाद हर तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे. अपना घर चाहने वाले लोग अब कम किश्तों में मकान खरीद सकते हैं.
देश के केंद्रीय बैंक आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट यानी 0.25 फीसदी की कटौती की है. इस कटौती के बाद देश में कर्ज देने के लिए बेस रेट 6 फीसदी पर पहुंच गया है.
कर्ज सस्ता कर विकास में तेजी लाने के लिए रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है. इससे होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन और बिजनेस लोन सस्ता होने के पूरे आसार है, जिसकी घोषणा बैंक जल्द ही कर सकते हैं.
Policy repo rate under liquidity adjustment facility (LAF) reduced by 25 basis
— ANI (@ANI_news) August 2, 2017
points from 6.25 % to 6.0 % with immediate effect: RBI
आरबीआई ने रेपो रेट के साथ रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कमी है. अब रिवर्स रेपो रेट 5.75 प्रतिशत हो गई है. इससे पहले अक्टूबर 2016 में आरबीआई ने रेपो रेट में कमी की थी. आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में दो दिन की मौद्रिक समीक्षा में यह फैसला लिया गया.
Reverse repo rate under LAF stands adjusted to 5.75 %, and the
— ANI (@ANI_news) August 2, 2017
marginal standing facility (MSF) rate and Bank Rate to 6.25 %: RBI
गौरतलब है कि, जून महीने में खुदरा महंगाई दर 1.54 फीसदी के निचले स्तर पर रही है, जबकि मई महीने का औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा 1.7 फीसदी रहा है. जून, 2017 में भारत की महंगाई दर घटकर 1.54 फीसदी रह गई.
औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों के मुताबिक मई, 2017 में फैक्टरी उत्पादन विकास दर घटकर 1.7 फीसदी रह गया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आठ फीसदी था. आरबीआई ने इस साल मानसून में अच्छी बारिश को भी आधार बनाया.
ब्याज दरों में कटौती के पीछे महंगाई के इन आंकड़ों का अहम रोल रहा. दरअसल आरबीआई मौद्रिक नीति समीक्षा से ठीक पहले देश के अग्रणी उद्योग मंडल एसोचैम ने आरबीआई से ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती करने का आग्रह किया था.
First published: 2 August 2017, 15:20 IST