सबरीमाला मंदिर मामले में वकील को मिली धमकी

केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध के खिलाफ याचिका दायर करने वाले इंडियन यंग लॉयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नौशाद अहमद खान को जान से मारने की धमकी मिल रही है.
नौशाद अहमद खान ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्हें 500 से भी ज्यादा बार फोन पर याचिका वापस लेने के लिए धमकी दी गई. खान ने कोर्ट से खुद को सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की.
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसी भी जनहित याचिका को सुनवाई शुरू होने के बाद वापस नहीं लिया जा सकता. याचिका पर एक बार सुनवाई शुरू हो जाने के बाद याचिकाकर्ता तो बदल सकता है, लेकिन केस की सुनवाई बंद नहीं होगी. अगर याचिकाकर्ता बीच में बदल जाता है तो कोर्ट एमाइकस क्यूरी की नियुक्ति करके सुनवाई कर सकता है.
खान को मिली धमकियों पर सख्त कोर्ट ने कड़े लहजे में कहा कि देश में संविधान के मुताबिक आदेशों का पालन कराना हमें आता है. कोर्ट में इस मामले पर आगे की सुनवाई सोमवार को होगी.
सबरीमाला मंदिर मामले में याचिकाकर्ता नौशाद अहमद खान को केरल, तमिलनाडु के अलावा विदेशों से भी धमकियां मिल रही हैं. वकील खान दिल्ली हाईकोर्ट में आम आदमी पार्टी सरकार से संबंधित मामले की पैरवी करते हैं.
सुप्रीमकोर्ट ने हाल में ही केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध के खिलाफ एक फैसला सुनाया था.
सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर प्रशासन के प्रतिबंध के नियम पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल उठाया था कि आखिर मंदिर प्रशासन इस तरह महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी कैसे लगा सकता है, जब तक मंदिर को कोई संवैधानिक अधिकार प्राप्त नहीं हो.