ओम का दिमाग आइंस्टीन से भी तेज चलता है

सापेक्षता के सिद्धांत (थिअरी ऑफ रिलेटिविटी) की खोज करने वाले आइंस्टीन की गिनती दुनिया के महानतम वैज्ञानिकों में होती है. प्रकाश-विद्युत उत्सर्जन के सिद्धांत की खोज के लिए उन्हें 1921 में नोबेल पुरस्कार मिला.
1999 में अमेरिका की टाइम मैगजीन ने उन्हें शताब्दी पुरुष घोषित किया. कई सर्वेक्षणों में वो सर्वकालिक महान वैज्ञानिक माने गए. दुनिया भर में आइंस्टीन के नाम को ही बुद्धि का पर्याय माना जाता है.
लेकिन अब 11 साल के भारतीय मूल के एक बच्चे ओम अमीन ने आईक्यू टेस्ट में महानतम वैज्ञानिक आइंस्टीन को मात दे दी है. ओम ने टेस्ट में आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी ज्यादा अंक हासिल किए हैं.
पढ़ें:'औरत का दिमाग़ और मर्द का दिमाग़ जैसी कोई चीज़ नहीं'
आईक्यू में सबसे आगे ओम
लंदन के 'हाई आईक्यू सोसाइटी' ने एक टेस्ट आयोजित कराया. जिसमें ओम ने आइंस्टीन के आईक्यू के मुकाबले दो अंक ज्यादा हासिल किए. इस टेस्ट के बाद ओम, तेज दिमाग वाले दुनिया के शीर्ष लोगों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं.
लंदन में मेनसा आईक्यू टेस्ट के बाद ओम को एक चिट्ठी सौंपी गई, जिसमें बताया गया कि वो दुनिया के एक फीसदी लोगों में से हैं, जो सबसे ज्यादा बुद्धिमान हैं.पढ़ें:वैज्ञानिकों को दिखीं सैकड़ों नई आकाशगंगाएं
वहीं दिमागी टेस्ट में अव्वल आने वाले ओम अमीन को इस पर एकबारगी भरोसा ही नहीं हुआ. जब वो स्कूल से बाहर निकल रहे थे. तभी उनके पिता ने ओम को कामयाबी की बधाई दी. ओम के मुताबिक उसे एहसास हुआ मानो वो सातवें आसमान पर पहुंच गया.
गुजरात से पुराना ताल्लुक
ओम ने मेनसा आईक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए. जो भौतिक शास्त्रियों अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से ज्यादा है. हालांकि ओम कहते हैं कि ज्यादा आईक्यू होने के बावजूद मैं नहीं मानता कि उन लोगों से ज्यादा महान हूं.

डेली स्टार
ओम का कहना है कि वो लोग मेरे हीरो के समान हैं और मैं उनकी तरह ही बनना चाहता हूं. छठी क्लास के छात्र ओम, उत्तर-पश्चिमी लंदन के स्वामीनारायण स्कूल में पढ़ते हैं.
वो 'रुबिक्स क्यूब' को दो मिनट से भी कम वक्त में हल कर सकते हैं. 9 साल पहले ओम का परिवार गुजरात से ब्रिटेन आ गया था. ओम के पिता कार्तिक अमीन नेटवर्क रेल में काम करते हैं.
बड़ी खोज की चाहत
कार्तिक अमीन का कहना है कि ओम के अंदर बचपन से ही काफी जिज्ञासा है और कुछ जानने की उसकी भूख असीमित है. कार्तिक के मुताबिक ओम को हर विषयों में महारथ हासिल है.
ओम का पसंदीदा विषय इतिहास है और भविष्य में वो कोई बड़ी खोज करना चाहता है. ओम आने वाले समय में रोबोट या इलाज से जुड़ा कोई आविष्कार करना चाहता है.
पढ़ें:आईआईटी के 5 इनोवेशन जिनसे बदलेगी आम जिंदगी
मेनसा आईक्यू टेस्ट में हिस्सा लेने वाले केवल एक फीसदी लोगों को उच्चतम अंक हासिल हुआ है. ओम के अलावा उनके स्कूल के एक छात्र वेदांग रुंगटा ने भी इस साल परफ़ेक्ट स्कोर हासिल किया है. उनकी उम्र भी ग्यारह साल है.