'भाजपा को भारत में हिंदू पाकिस्तान नहीं बनाने देंगे'

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है. जयपुर प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान थरूर ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा.
शशि थरूर ने इस दौरान कहा, "हम भाजपा को भारत में हिंदू पाकिस्तान बनाने की इजाजत नहीं दे सकते. हिंदुस्तान में सभी को समान अधिकार है." थरूर ने सोमवार को प्रेस क्लब में राजीव गांधी इंटेलेक्चुअल फोरम की ओर से आयोजित 'रीराइटिंग हिस्ट्री एंड रीडिफाइनिंग नेशनलिज्म' और शिक्षक सम्मान समारोह में यह बात कही.
'इतिहास को नए सिरे से लिखने की कोशिश'
थरूर ने कहा, "स्वतंत्रता संग्राम में भाजपा-आरएसएस का कोई योगदान नहीं था, ये सब जानते हैं, लेकिन भाजपा इतिहास को नए सिरे से लिखने कोशिश कर रही है, ताकि किसी को हीरो बना दिया जाए, लेकिन इन्हें कोई नहीं मिलेगा."
थरूर ने बीजेपी को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हमारा भारत महान है लेकिन उनका (भारत) बहुत छोटा सा है. हमें गर्व करना चाहिए कि हम सांस्कृतिक भिन्नता समेटे हुए भारत में रह रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि गुजरात में केशुभाई पटेल और नरेंद्र मोदी ने पाठ्यक्रम को बदला था और अब ये इतिहास को बदलने का काम कर रहे हैं. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने आर्य और हड़प्पा संस्कृति के बारे में कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी.
'आरएसएस ने बांटी थी मिठाई'
शशि थरूर ने राहुल गांधी के आरएसएस को गांधी का हत्यारा बताने के बयान का पक्ष लेते हुए आरोप लगाया कि गांधी की मौत के बाद आरएसएस ने मिठाई बांटी थी. यही नहीं नाथूराम गोडसे आरएसएस कार्यकर्ता था, यह बिलकुल सही है. उसने गांधीजी की हत्या के पहले आरएसएस छोड़ दी थी.
थरूर ने इस दौरान कहा, "कुछ भाजपा नेताओं ने भारत माता की जय बोलने को ही राष्ट्रभक्ति का सर्टिफिकेट मान लिया है. आप और हम भारत माता की जय बोल सकते हैं, लेकिन किसी की धार्मिक आस्था उन्हें यह बोलने की इजाजत नहीं दे सकती. तो जरूरी नहीं है वे यह बोलें."
'मोदी सब कुछ देखते रहे'
सरदार पटेल से पीएम मोदी की तुलना पर थरूर ने कहा कि 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन और गुजरात में हुए दंगों में समानता थी.
शशि थरूर ने कहा, "पटेल ने विभाजन के समय 10 हजार मुस्लिमों को बचाया और निजामुद्दीन की मस्जिद में नमाज पढ़ी. जबकि मोदी सब कुछ देखते रहे और कई दिनों तक एक्शन नहीं लिया. क्या आप सोच सकते हैं कि मोदी मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ें?"