शिवसेना बोली: भाजपा द्वारा सहयोगियों को कट्टर दुश्मन के रुप में दिखाना घृणित

साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए खुद को एनडीए से अलग करने वाली शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है. अपने मुखपत्र सामना में शिवसेना ने कहा है कि भाजपा अपने पुराने सहयोगियों को कट्टर दुश्मन के रूप में दिखाती है. यह बहुत ही घृणित और दुखद है.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कहा, "इन दिनों पुराने मित्रों को कट्टर दुश्मनों के रूप में दिखाये जाने का एक चलन हो गया है जो कि घृणित है. हमने इस प्रवृत्ति पर ध्यान दिलाया है. अब टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू भी इसे सामने लेकर आये है."
सामना में लिखे संपादकीय में कहा गया है कि, ''राजनीति में नये और पुराने सहयोगी होते है लेकिन पुराने सहयोगियों को दुश्मनों के रूप में दिखाना दुखद है. हमने गठबंधन सहयोगियों के साथ इस दुर्व्यवहार के खिलाफ बोला है और अब नायडू ने भी ऐसा किया है."
इसमें आगे लिखा गया, "नायडू को हमारी शुभकामनाएं हैं. अगर वह दासता के बंधन को तोडने और तेलुगू गौरव के लिए काम करने का फैसला करते है तो उन्हें निश्चित रूप से लोगों का समर्थन हासिल होगा. लेकिन उन्हें अपना राजनीतिक रास्ता बनाना होगा."
संपादकीय में कहा गया है, "राजनीति में कोई स्थाई मित्र या दुश्मन नहीं होता है. राजनीति में विचारधाराओं को लेकर मतभेद हैं लेकिन कोई निजी दुश्मनी या शत्रुता नहीं है लेकिन आज परिदृश्य क्या है."
गौरतलब है कि बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर शिवसेना ने साफ कर दिया था कि अब हालात ऐसे बन चुके हैं कि आगे के लिए भाजपा के साथ कदमताल मिलाकर चलना मुश्किल होगा. शिवसेना 2019 के आम चुनाव और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. लेकिन इसके साथ ये भी कहा था कि अभी राज्य और केंद्र में शिवसेना का हिस्सा बनी रहेगी.
First published: 6 February 2018, 10:55 IST