SSR CASE: सुशांत की नहीं थी कोई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, चैनल चला रहे झूठ- वकील

SSR CASE: सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने बुधवार को मीडिया के एक हिस्से द्वारा चलाई जा रही उन खबरों का खंडन किया, जिसमें कहा जा रहा था कि सुशांत के पास जीवन बीमा पॉलिसी थी और यदि सुशांत ने आत्महत्या की तो परिवार को पैसा नहीं दिया जाएगा. वकील विकास सिंह ने कहा ''कैंपेन के तहत दिखाया जा रहा है कि सुशांत के पास कोई बड़ी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी थी, अगर सुसाइड दिखाया जाता तो पैसा नहीं मिलता. बता दूं ऐसी कोई पॉलिसी नहीं है. ये अभियुक्त को बचाने की कोशिश है. अगर ये आज के बाद नहीं रुका तो चैनलों के खिलाफ लीगल कार्रवाई की जाएगी''.
विकास सिंह ने कहा सुशांत सिंह की तीन बहनें मुझसे मिली और बोलीं कि मीडिया में एक कैंपेन चलाया जा रहा है उनकी फैमिली को बदनाम करने के लिए ताकि रिया को इससे फायदा मिले. सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा ''सुशांत के पिता और परिवार ने ये फैसला लिया है कि कोई भी किताब, फिल्म और सीरियल अगर सुशांत के ऊपर लिखी जाएगी तो इसके लिए उनके पिता की लिखित मंजूरी लेनी पड़ेगी. उनकी अनुमति के बिना कुछ भी बनाने पर उनके खिलाफ लीगल कार्रवाई की जाएगी''.
उन्होंने कहा कि FIR में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सुशांत की लाइफ में रिया के आने के बाद मानसिक परेशानी होने लगी थी, जिसके लिए रिया जिम्मेदार थी. उन्होंने कहा "एफआईआर में यह भी कहा गया है कि रिया ने सुशांत के परिवार के सामने कभी यह खुलासा नहीं किया कि उससे किस तरह का मेडिकल ट्रीटमेंट किया जा रहा है.
19 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मामले की जांच करने के लिए कहा था, अदालत ने यह भी कहा कि जबकि पटना में दर्ज एफआईआर वैध थी. जस्टिस ऋषिकेश रॉय की सिंगल-जज बेंच ने कहा कि बिहार सरकार सीबीआई को केस ट्रांसफर करने की सिफारिश करने में सक्षम है. अदालत ने मुंबई पुलिस को इस मामले में अब तक एकत्र किए गए सभी सबूतों को सीबीआई को सौंपने के लिए कहा था.
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