तीन साल बाद Statue Of Unity नहीं रहेगी दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा, जानें कौन तोड़ेगा रिकॉर्ड


महाराष्ट्र सरकार भी अरब सागर में शिवाजी महाराज की एक विशालकाय प्रतिमा बना रही है जिसकी ऊंचाई 'स्टैचू ऑफ़ यूनिटी' से 28 मीटर ज्यादा यानी लगभग 210 मीटर की होगी. इसका निर्माण भी लार्सन एंड टूब्रो कंपनी कर रही है जिसने 'स्टैचू ऑफ़ यूनिटी' को बनाया है.
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अरब सागर में बनने वाली ये प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' बनाने में लगी लागत से काफी काम राशि पर बन कर तैयार हो जाएगी. प्रतिमा वबनाने वाली इस कंपनी की मानें तो इस मूर्ति को बनाने में कुल 2500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जबकि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में लगभग 3000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. शिवाजी महाराज की यह मूर्ति 2021 तक बनकर तैयार हो जाएगी.
अरब सागर की ये मूर्ती तैयार होते ही 'स्टैचू ऑफ़ यूनिटी' का दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होने का तमगा छीन लेगी. इस तरह से देखा जाए तो केवल तीन सालों के लिए ही ये 'स्टैचू ऑफ़ यूनिटी' के पास सबसे ऊंची प्रतिमा का रिकॉर्ड रहेगा. शिवाजी की यह 192 मीटर उंची व राजभवन से करीब 1.5 किलोमीटर दूर, समुद्र में 3.5 किलोमीटर अंदर जाकर स्थापित की जाएगी.
First published: 1 November 2018, 12:04 IST