मायावती को पब्लिक मीटिंग कर घेर रही हैं स्वाति सिंह

उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, बसपा प्रमुख मायावती की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. एक तरफ तो बसपा का कुनबा लगातार बिखर रहा है.
वहीं उनके खिलाफ अभद्र भाषा के प्रयोग के मामले में बीजेपी से निकाले गए पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने भी मोर्चा खोल दिया है.
बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह पब्लिक मीटिंग कर बीएसपी और मायावती के खिलाफ अभियान चला रहे हैं.
क्षत्रिय महासभा के साथ अभियान
खबरों के मुताबिक दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के साथ मिलकर मायावती के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुहिम चला रहे हैं. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष प्रतापगढ़ से अपना दल के सांसद हरिबंश सिंह हैं.
गौरतलब है कि अपना दल का बीजेपी के साथ गठबंधन है. वे पहले ही कह चुके हैं कि वह किसी भी गैर-राजनीतिक संगठन और ग्रुप से समर्थन लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
हाथरस में पब्लिक मीटिंग
रविवार को हाथरस में दयाशंकर सिंह और स्वाति की पब्लिक मीटिंग में बीजेपी नेता और आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के एक उम्मीदवार भी शामिल हुए. दोनों पति-पत्नी उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहां राजपूत बिरादरी का वोट ज्यादा है.
मायावती के खिलाफ इस अभियान की खुद स्वाति सिंह अगुवाई कर रही हैं. स्वाति सिंह ने रविवार को हुई मीटिंग में कहा कि बीएसपी नेतओं ने दयाशंकर सिंह को अरेस्ट करने की मांग करते हुए कथित तौर पर मेरी बेटी के लिए अपशब्द इस्तेमाल किया, तब तो न मायावती और न ही यूपी पुलिस ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत अन्य बीएसपी नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की.
बसपा एमएलए रामवीर उपाध्याय आयोजक
रविवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के द्वारा इस मीटिंग का आयोजन बीएसपी एमएलए और पूर्व मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय ने किया. इसके अलावा मीटिंग में सिकंदरा से सपा उम्मीदवार राव यशपाल सिंह और बीजेपी नेता वीरेंद्र सिंह समेत अन्य क्षत्रिय नेता भी शामिल हुए.
गौरतलब है कि बसपा ने इसी महीने रामवीर उपाध्याय का क्षेत्र बदल दिया था. अभी रामवीर उपाध्याय सिकंदराराऊ सीट से विधायक हैं. जबकि अब उनको सादाबाद से बसपा का टिकट मिला है. 2007 की मायावती सरकार में उपाध्याय ऊर्जा मंत्री रह चुके हैं.
इस मीटिंग के दौरान स्वाति सिंह ने क्षत्रिय समुदाय के लोगों से अपील की, कि वो बीएसपी को कतई वोट न दें और समुदाय की गरिमा और सम्मान के लिए साथ खड़े हों. उन्होंने कहा कि इस तरह की पार्टी को कोई वोट न दे, जहां महिलाओं का सम्मान नहीं होता है.