लोकसभा चुनाव के पहले मोदी का मास्टरस्ट्रोक, सामने आएंगे स्विस बैंक में काला धन रखने वालों के नाम

लोकसभा चुनाव के पहले मोदी सरकार एक और बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेल सकती है. काला धन को लेकर विपक्ष के लगातार घेराव को अब मोदी सरकार जवाब देने की स्थिति में हैं. जल्द ही स्विस बैंक में भारतीय लोगों के खाते को लेकर जानकारी भारत सरकार के हाथ लग सकती है. बताया जा रहा है कि स्विजरलैंड के अधिकारीयों ने भारतीय खातों की जानकारी उपलब्ध कराने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार स्विस अधिकारियों ने एचएसबीसी बैंक में भारतीय खाता धारकों से इस संबंध में लिखित सहमति प्रदान करने के लिए इन सभी को नोटिस जारी किया हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2008 में स्विट्जरलैंड की फेडरल कोर्ट ने ऐसे खातों की जानकारी देने के लिए एकादश दिया था जिसके बाद से ही ये प्रक्रिया शुरू हुई थी.
अभी करीब लगभग डेढ़ महीने पहले स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन ने भारतीय खाता धारकों को इस मामले में नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में कहा गया है कि भारत ने जो खातों से जुडी जानकारी की मांग बैंक से की है वो दोनों देशों के बीच हुए दोहरे कराधान समझौते के अंतर्गत है. वहीं बैंक की तरफ से जारी किये गए नोटिस में कहा गया है कि एक अप्रैल 2011 से भारतिया व्यक्तिगत खातों की जानकारी दी जाए.
इस आदेश के साथ स्विस बैंक के भारतीय खाताधारकों से एक सहमति पत्र देने के लिए भी कहा गया है. इस सहमति पात्र में साफ तौर पर लिखा है, '' भारतीय अधिकारियों ने जो सूचना मांगी है वह देने के लिए वह सहमति देते हैं.''
बता दें, साल 2011 में स्विट्जरलैंड के एचएसबीसी बैंक में 628 भारतीय खातों के नाम फ्रांस की और से प्राप्त हुए थे. इसके 4 साल बाद 2015 में एक अन्य खुलासा हुआ था जिसमे कि स्विस बैंक में 1195 भारतीयों के खाते होने की जानकारी मिली थी. इससे पहले फ्रांस ने एचएसबीसी में करीब 700 भारतीयों के नाम पर खातों की जानकारी साल 2011 में दी थी.