ट्रेन में जब फरिश्ता बनकर आया TTE, डॉक्टर नहीं मिला खुद ही कराई महिला की डिलीवरी

हम जैसे ही ट्रेन में टीटीई का नाम सुनते हैं हमारे जेहन में एक ही बात आती है कि वो टिकट चेक करने के अलावा यात्रियों को परेशान करता है और अवैध वसूली करता है. लेकिन एक टीटीई ने मानवता की ऐसी मिसाल कायम की है जिसे सुनकर बरबस आपके मन में उनके लिए इज़्ज़त पैदा हो जाएगी.
ट्रेन में सफर के दौरान रात के वक्त एक महिला को प्रसव-पीड़ा शुरु हो गई. रेलवे की दिल्ली डिवीजन में तैनात एचएस राणा उस कोच में बतौर टीटीई मौजूद थे उन्होंने तुरंत डॉक्टर की खोज शुरू की लेकिन कोई डॉक्टर नहीं मिला. तब उन्होंने यात्रियों की मदद से एक महिला की डिलीवरी कराई. राणा के ऐसा करने से भारतीय रेलवे का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है.
INDIAN RAILWAYS, SERVING PASSENGERS WITH SMILE : TTE of delhi division Shri H.S.Rana helped a woman deliver baby at night, with help of co-passengers, when no doctor could be found on train. His Samaritan and humanitarian act makes us feel proud. pic.twitter.com/9IgbKdpHJ4
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 14, 2019
टीटीई के इस काम से रेलवे को फक्र
टीटीई एचएस राणा ने रात के समय ट्रेन में अन्य यात्रियों की मदद से एक महिला का प्रसव कराया. जब कोई डॉक्टर नहीं मिला तो उन्होंने महिला का प्रसव खुद कराने के बारे में निर्णय लिया. टीटीई के इस प्रयास से इंडियन रेलवे काफी खुश है. रेल मंत्रालय ने राणा के इस नेक काम की सराहना करते हुए ट्रवीट किया है और कहा है कि हमें उनपर गर्व है. हालांकि निजता का ख्याल रखते हुए रेलवे ने यह जानकारी नहीं दी है कि यह किस ट्रेन का मामला था और बच्चे व उसकी मां की तबियत कैसी है.
यह ट्रेन में डिलिवरी का यह पहला मामला नहीं है. पिछले दिनों जलपाईगुड़ी में अगरतला-हबीबगंज एक्सप्रेस में भी एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया था. इस ट्रेन में गर्भवती महिला की तरफ लोगों का ध्यान गया तो तीन लोगों ने डॉक्टर को ढूंढा. लेकिन काफी देर के बाद जब ट्रेन में कोई डॉक्टर नहीं मिला तो तीनों ने मिलकर महिला की डिलिवरी कराई थी.
First published: 14 June 2019, 15:12 IST