उत्तराखंड: 9 बागी विधायकों को स्पीकर का नोटिस

उत्तराखंड में मचे राजनीतिक घमासान के बीच एक नये घटनाक्रम में विधानसभा स्पीकर ने नौ बागी विधायकों को नोटिस जारी किया है.
ये नौ बागी विधायक उत्तराखंड छोड़ कर कल रात राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं. इस घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह किसी के दबाव के आगे झुकने वाले नहीं हैं. मुख्यमंत्री रावत ने इस संकट से निपटने के लिए कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज सुबह कहा कि राज्य में फिर से चुनाव हों या नई सरकार बने, बीजेपी दोनों के लिए तैयार है.
मुख्यमंत्री रावत ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम गलती मानने वालों को माफ कर देंगे. इसके अलावा सदन में भी अपना बहुमत साबित करेंगे. अभी तक तो किसी ने पार्टी या हमारी कैबिनेट से इस्तीफा नहीं दिया है. इस पूरे मामले में मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि विरोधी विधायक बड़ी गलती कर रहे हैं. बागियों का रवैया ठीक नहीं है. हमारी सरकार कहीं से भी अल्पमत में नहीं है.
गौरतलब है कि उत्तराखंड में हरिश रावत की सरकार लगातार राजनीतिक उठापटक की शिकार बन रही है. प्रदेश में रावत सरकार के खिलाफ कांग्रेस के 9 बागी विधायक सहित बीजेपी के 26 विधायक देर रात प्राइवेट प्लेन से नई दिल्ली आ चुके हैं.
ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस के ये नौ बागी विधायक दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय करेंगे और इसके साथ इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि ये कांग्रेसी विधायक राज्य में रावत सरकार को गिराने के लिए बीजेपी में भी शामिल हो सकते हैं.
खबरों के मुताबिक उत्तराखंड के इन बागी नौ विधायकों को गुड़गांव के एक होटल में ठहराया गया है.
वहीं उत्तराखंड के पूर्व कांग्रेसी सीएम विजय बहुगुणा ने दिल्ली पहुंचने पर रावत सरकार पर कड़े हमले किये. बहुगुणा ने कहा कि रावत सरकार प्रदेश में बड़े घोटालों में शामिल है और यह सरकार उत्तराखंड को बर्बादी की ओर ले जा रही है.
मुख्यमंत्री हरीश रावत के सरकार में वरिष्ठ मंत्री और अब सरकार से बगावत कर चुके हरक सिंह रावत ने कहा कि हम बीजेपी और कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ उत्तराखंड को एक मजबूत सरकार देंगे.
गौरतलब है कि उत्तराखंड में विधानसभा की सत्तर सीटें हैं. जिसमें कांग्रेस के छत्तीस, बीजेपी के अट्ठाईस, तीन निर्दलीय, दो बीएसपी के और यूकेडी का एक विधायक है.
कांग्रेस से छत्तीस विधायकों में से बारह विधायकों ने रावत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है यानी की हरीश रावत सरकार की कुर्सी वर्तमान परिस्थितियों में खतरों से जूझ रही है. कांग्रेस के सभी बागी विधायक पूर्व सीएम विजय बहुगुणा खेमे के बताए जा रहे हैं.