अब क्यों उमर अब्दुल्ला और महबूबा से बातचीत का रास्ता तलाश रही है मोदी सरकार ?

मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती से बातचीत का रास्ता तलाश रही है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सरकार के इस कदम से राज्य में एक बार फिर से सरकार और राजनीतिक कार्यकर्ताओ के बीच बातचीत का रास्ता खुल गया है. उमर और महबूबा को सरकार ने जम्मू -कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के चार दिन पहले से हिरासत में लिया है.
उमर फिलहाल हरि निवास पैलेस में हैं, वहीं महबूबा श्रीनगर के चश्मे शाही में हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि जांच एजेंसियों के कुछ अधिकारी राज्य की दो मुख्यधारा की पार्टियों के नेताओं के साथ संपर्क में हैं. सूत्रों ने बताया कि “राजनीतिक तालाबंदी हमेशा के लिए जारी नहीं रह सकती.
कई जानकारों का यह भी कहना है कि राज्य में मुख्य धारा की पार्टियों के नेताओं को बंद करने से उनमे अलगाव का भाव बढ़ेगा. हालांकि सरकार को यह चिंता है कि अगर वह उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को छोड़ते हैं तो वह राज्य में लोगों के बीच जा सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है. सरकार उनसे बात करने की कोशिश कर रही है, लेकिन पूरी तरह से रिहा होने करने में कुछ समय लग सकता है.
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First published: 24 August 2019, 11:37 IST