बेकार फिल्म्स: ऑल इंडिया बकचोद का पाकिस्तानी संस्करण कई मायनों में इससे भी बेहतर है

पाकिस्तानी हंसाना जानते हैं. जी हां, यह सच है. वहां के ख़राब आतंकी माहौल में भी उनका हास्य आपको हैरान कर देगा. आखिर यह देश हास्य अभिनेता मोइन अख्तर का जो है.
कुछ साल पहले हास्य लेखक मोहम्म्द यूनिस बट हास्य लेखन में शीर्ष पर थे. उन्होंने जियो टीवी के कॉमेडी शो ‘हम सब उम्मीद से हैं’ पर स्पूफ चैनल ‘चैनल टी’ (‘टी’ यानि तालिबान) लॉन्च किया था. इसकी शुरुआत दो तालिबानी होस्ट के संवाद से होती है. दोनों पश्तो लहज़े में उर्दू बोलते हैं.
उन्होंने घोषणा की, ‘औरतों की राय शामिल नहीं की जाएगी.’ इसलिए दूसरा हिस्सा ‘मूक हिस्सा’ रखा गया. इस खंड में एक औरत को गाना गाना है, पर वह तालिबान शासन के अधीन नहीं गा सकती. इसलिए वह नख से सिर तक ढंकी हुई, दर्शकों की तरफ पीठ किए एक घंटे बैठती है.
बट उस समय निर्विवाद रूप से हास्य के बादशाह बने, जब उनका पॉपुलर कैडबरी कमर्शियल ‘पप्पू पास हो गया’ प्रसारित हुआ था. यहां पप्पू से उनका इशारा पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की ओर था.
और भी कई उम्दा हास्य लेखक हैं, जो पाकिस्तान की खराब रोजमर्रा स्थितियों में हास्य देखने की कोशिश कर रहे हैं (समूचे विश्व में हैलोवीन है; पाकिस्तान में बस एक और डरावना दिन. )
सडक़ों पर भी मज़ेदार फिकरे पढक़र आप अनायास हंस पड़ेंगे. ज्यादातर पाकिस्तानी ट्रकों और रिक्शों पर लिखे हुए हैं. पर ये फिकरे हमारे यहां ‘बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला’ जैसे ऊबाऊ और बार-बार इस्तेमाल होने वालों से मीलों आगे हैं.
मसलन-
पढ़ोगे लिखोगे बनोगे वकील
जो जाहिल रहे तो शायद वज़ीर.
जिनने अपनी मां ने सताया
उनने सारी उमर रिक्शा है चलाया.
बसों में, कोचों में, वेगनों में
बे हिसून को हमसफर साथ पाया.
जिनको मर्दानगी का दावा था
उनको भी लेडीज सीट पर पाया.
ड्राइवर की जिंदगी अजब खेल है
मौत से बचे तो सेंट्रल जेल है.
बेकार फिल्मस
फिलहाल पाकिस्तान में बेकार फिल्म्स या बेकार वाइंस के वीडियो लाखों लोगों की पसंद बने हुए हैं. इन छोटे-छोटे वीडियो में पाकिस्तान की रोजमर्रा स्थितियों पर हास्य-व्यंग्य है. फेसबुक पर बेकार फिल्म्स के पृष्ठ पर लिखा है- ‘बुरा दिन है? हंसना चाहते हैं? आइए, बेकार फिल्म्स आपके चेहरे पर मुस्कान लाने और हंसाने को तैयार है. हमारे वीडियो देखें और उनका आनंद लें! ये फ्री हैं!’
बेकार फिल्म्स ने ताहिर शाह पर स्पूफ बनाया है. जी हां, जिन्होंने ‘एंजल’ गाया है. उनके वीडियो ‘पनिश्मेंट: देन वर्सिश नाउ’ में कॉलेज का एक छात्र परीक्षा में विफल रह जाता है और उसकी मां उसे कुर्सी से बांधकर ताहिर शाह का ‘रिपीट’ सुनने के लिए मजबूर करती है.
ऐसे मजेदार वीडियो भी हैं कि एक बहन जब अपने भाई को किसी लडक़ी से बात करते पकड़ लेती है, तो कैसी प्रतिक्रिया करती है. वह भाई को चिढ़ाती है, लडक़ी को ‘भाभी’ बुलाती है और जानना चाहती है कि वह सुंदर है या नहीं. दूसरी ओर जब भाई अपनी बहन को अपने सहपाठी से बात करते देखता है, तो उस लडक़े को पीटने के लिए बदमाश भेजता है.
अन्य मजाकिया वीडियो में हैं- लडक़े लडक़ी को देखकर कैसा व्यवहार करते हैं. मॉल जाने पर पिंडी लड़के कैसा व्यवहार करते हैं. किस तरह लोग 14 अगस्त को देशभक्त हो जाते हैं और बाकी साल पाकिस्तान को कोसते रहते हैं और उससे भागने की सोचते हैं.
एक निजी पसंदीदा वीडियो मोहम्मद अली जिन्ना का है. जिन्ना स्वतंत्रता दिवस पर पाकिस्तान आते हैं और अपने प्यारे देश का हाल देखकर सदमें में हैं. उन्हें कहा जाता है कि उन्हें आज के वक्त में खुद को कम नहीं आंकना चाहिए क्योंकि उनका चेहरा एक रुपए के नोट पर है, जो सिपाही को चकमा देने, नौकरी पाने और अधिकारियों को रिश्वत देने में मदद कर सकता है.
बेकार फिल्म्स की टीम- सामी रहमान, गेहजनफार जाफरी, मुबीन उल हक, सईद फरयाब शाह ने इंटरव्यू का आग्रह नहीं माना. पर वे दूसरों से काफी आगे हैं, और उनके वीडियो इसका प्रमाण हैं.
First published: 5 January 2017, 8:21 IST