चीन और रूस में बढ़ी दोस्ती, पुतिन ने Huawei को दिया 5जी शुरू करने का जिम्मा

चीन की दिग्ग्गज कंपनी हुआवेई को अमेरिका अपनी सुरक्षा में खतरा मान रहा है लेकिन रूस ने अपने देश में हुआवेई को 5जी तकनीक के विकास की अनुमति दे दी है. चीनी नेता शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मास्को में मुलाकात की. हुआवेई बुधवार को रूसी टेलीकॉम कंपनी एमटीएस के साथ अगले साल देश में 5 जी नेटवर्क विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
एमटीएस ने एक बयान में कहा कि यह सौदा 5G प्रौद्योगिकियों के विकास और 2019-2020 में पांचवीं पीढ़ी के नेटवर्क को विकसित करने के लिए हुआ है. जबकि हुआवेई के गुओ पिंग ने कहा कि वह समझौते से बहुत खुश हैं. चीनी दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी मई से ही उथल-पुथल मचा रही है, जब ट्रम्प प्रशासन ने जासूसी के संदेह में हुआवेई पर प्रतिबंध लगा दिया था.
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी निर्णय, तीन महीने के भीतर लागू होने से कंपनी के अस्तित्व को खतरा है, जो अपने फोन के लिए यूएस चिप्स पर अत्यधिक निर्भर है. Google सहित कई कंपनियों ने पहले से ही हुआवेई से खुद को दूर कर लिया है, जिसका एंड्रॉइड सिस्टम दुनिया के अधिकांश स्मार्टफोन को लैस करता है.
ब्रिटेन के 5G नेटवर्क में हुआवेई की संभावित भागीदारी राजनीतिक रूप से संवेदनशील साबित हुई है और थेरेसा मे की सरकार ने इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है. इसी तरह अमेरिका भारत पर दबाव डाल रहा है कि वह भारत में 5 जी के लिए हुआवेई को शामिल न होने दें.
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First published: 6 June 2019, 9:00 IST