नेपाल में 91 और बांग्लादेश में बाढ़ से 29 की मौत

नेपाल में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है. अभी तक हजारों लोगों को विस्थापित किया जा चुका है. प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार राहत एवं बचाव कार्यो सहित पुनर्वास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गृह मंत्रालय के हवाले से बताया, "सरकार ने बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिए हैं. नेपाल सेना के सात हेलीकॉप्टर, निजी क्षेत्र के छह हेलीकॉप्टर, मोटर बोट और रबर बोटों की मदद ली जा रही है."
अभी तक कुल 50,000 घर जलमग्न हो चुके हैं. बाढ़ में 3,000 से अधिक घर नष्ट हो चुके हैं और अनुमानित रूप से 400 मवेशियों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से 22,000 लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. मंत्रालय का कहना है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार दोपहर से बादल फटने की घटनाएं रुक गई हैं.
वहीं बांग्लादेश में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में पिछले कुछ दिनों के दौरान कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई है. बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन विभाग के महानिदेशक, रियाज अहमद ने मंगलवार को कहा कि देश का एक-तिहाई हिस्सा बाढ़ की चपेट में है.
रियाज़ अहमद ने कहा, "अभी तक हमें 12 अगस्त से 29 मौतों की जानकारी मिली है, और तीन लोग अभी लापता हैं." उन्होंने कहा कि देश का लगभग एक-तिहाई हिस्सा (64 जिलों में से 20 जिले) बाढ़ की चपेट में है और अन्य छह जिलों में भी बाढ़ का खतरा बन रहा है.
अहमद के मुताबिक लगभग 90,000 लोगों को 1,151 आश्रयों में रखा गया है, जबकि 16 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. जून में पूर्वोत्तर बांग्लादेश में बाढ़ से 18 लोगों की मौत हो गई थी.