यौन शोषण के आरोप के बाद रोजर एलेस ने दिया फॉक्स से इस्तीफा

महिला सहकर्मियों द्वारा यौन शोषण का आरोप लगने के बाद फॉक्स न्यूज के प्रेजिडेंट रोजर एलेस ने नेटवर्क के चीफ के पद से इस्तीफा दे दिया है. नेटवर्क की पेरंट कंपनी 21 सेंचुरी फॉक्स ने 21 जुलाई को 76 साल के रोजर के इस्तीफे की पुष्टि की.
रोजर के इस्तीफे के बाद तत्काल प्रभाव से फॉक्स न्यूज चैनल और फॉक्स बिजनस नेटवर्क के चेयरमैन और सीईओ का पद संभालने वाले रूपर्ट मर्डॉक ने इन आरोपों का जिक्र किए बिना कहा है, "रोजर एलेस ने हमारी कंपनी और देश के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है. उन्होंने एक शानदार और स्वतंत्र टीवी संगठन के मेरे सपने को साझा किया और पिछले 20 सालों में इसे शानदार ढंग से निभाया."
ईएफई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्स 5 की पूर्व रिपोर्टर ग्रेचेन कार्ल्सन ने आरोप लगाया था कि शारीरिक संबंध बनाने से इनकार करने पर एलेस ने उनके खिलाफ बदले की भावना से काम किया और उनका वेतन भी घटा दिया. इस प्रकरण के एक सप्ताह बाद एलेस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
कार्ल्सन की शिकायत के बाद 12 जुलाई को फॉक्स न्यूज चैनल की एक और एंकर मेगन केली ने भी एलिस पर आरोप लगाया कि लगभग 10 साल पहले उन्होंने केली पर भी यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाला था.
इन आरोपों के बाद 21 सेंचुरी फॉक्स ने एक आंतरिक जांच का आदेश दिया और कॉर्पोरेट वकीलों ने एलेस को एक अगस्त से पहले इस्तीफा देने की चेतावनी दी. वकीलों ने बताया कि इस्तीफा न देने पर तर्कसंगत कारणों के चलते उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. हालांकि, कंपनी द्वारा एलेस को दी गई इस कथित चेतावनी के बारे में भी मर्डॉक ने कोई टिप्पणी नहीं की.
1996 से नेटवर्क के सीईओ रहे एलेस ने डब्ल्यूएनबीसी चैनल को दिए अपने बयान में नेटवर्क की सफलता का श्रेय लेते हुए कहा कि उन्होंने लगातार काम किया और प्रतिभाशाली लोगों को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ाया, जिन्होंने ऊंचे पदों पर बेहतरीन काम किया. इसी वजह से फॉक्स टीवी नेटवर्क में नंबर वन बना.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एलेस ने कहा, "फॉक्स न्यूज और फॉक्स बिजनेस को इंडस्ट्री में शीर्ष पर बनाए रखने के लिए रोजाना काम होता है और मैं अपनी मौजूदगी को उसमें बाधा नहीं बनने दूंगा." फॉक्स और एलेस के बीच जिन शर्तों पर अलगाव हुआ है, उनका खुलासा नहीं किया गया है.