भारत में लगेंगे छह अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्र

भारत और अमेरिका ने कहा कि वह द्विपक्षीय असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा देते हुए भारत में छह अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने पर सहमत हुए हैं. दोनों देशों ने भारत-अमेरिका रणनीतिक सुरक्षा वार्ता के 9वें दौर के समापन पर जारी एक संयुक्त वक्तव्य में ये बात कही. संयुक्त बयान में कहा गया, "उन्होंने भारत में छह अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना सहित द्विपक्षीय सुरक्षा और असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध किया."
भारत और अमेरिका ने अक्टूबर 2008 में असैन्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस सौदे ने द्विपक्षीय संबंधों को एक मजबूती प्रदान की, जो तब से जारी है. सौदे का एक प्रमुख पहलू परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) था, जिसने भारत को एक विशेष छूट दी जिससे वह एक दर्जन देशों के साथ सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर कर सके.
इस छूट के बाद भारत ने अमेरिका, फ्रांस, रूस, कनाडा, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, यूके, जापान, वियतनाम, बांग्लादेश, कजाकिस्तान और दक्षिण कोरिया के साथ असैन्य परमाणु सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
बुधवार को अमेरिका ने 48-सदस्यीय एनएसजी में भारत की शुरुआती सदस्यता के लिए अपने मजबूत समर्थन की भी पुष्टि की. विशेष रूप से चीन ने भारत के उस लंबित समूह की सदस्यता को रोक दिया है जो परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना चाहता है.
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First published: 14 March 2019, 10:10 IST