फिर ईरानी राष्ट्रपति बने हसन रूहानी

ईरान की जनता ने हसन रूहानी को लगातार दूसरी बार अपना राष्ट्रपति चुन लिया है. शुक्रवार को ईरान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुए थे. जिसमें हसन रूहानी को जीत मिली है. ईरान के सरकारी टेलीविजन ने उन्हें दूसरी बार राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है.
शुक्रवार को ईरान में 70 फ़ीसदी मतदान दर्ज़ किया गया था. वोटरों का उत्साह को देखते हुए चुनाव समिति ने वोट देने का समय 5 घंटे आगे बढ़ाना पड़ा था. इस चुनाव में चार करोड़ लोगों ने मतदान किया. 68 साल के हसन रूहानी सुधार और परिवर्तन का नारा देते हुए 2013 में पहली बार ईरान के 11वें राष्ट्रपति बने थे.
पश्चिमी देशों से परमाणु समझौता उपलब्धि
चार साल के पहले कार्यकाल के बाद ये उनका दूसरा चुनाव था. उनके चार साल के शासनकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि ईरान का पश्चिमी देशों के साथ परमाणु समझौता रहा, जिसके तहत यूरोप और अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र संघ ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया.

उदारवादी छवि के हैं रूहानी
उनके विरोधी उम्मीदवार इब्राहिम रईसी को एक करोड़ 15 लाख वोट मिले हैं. वहीं 'कट्टरपंथी' प्रतिद्वंद्वी इब्राहिम रईसी ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत की है. उन्होंने रूहानी के समर्थकों पर वोटिंग बूथों पर सैकड़ों प्रतिबंधित तरीकों से प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया है.
56 साल के रईसी कट्टरपंथी न्यायविद हैं. उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामनेई का क़रीबी माना जाता है. 68 वर्षीय रूहानी उदारवादी और स्वतंत्रता के हिमायती माने जाते हैं. इसके अलावा वह ईरान के दूसरे देशों के साथ बेहतर संबंध बनाने के भी पक्षधर हैं.
गौरतलब है कि ईरान में भी राष्ट्रपति चुनाव फ़्रांसीसी चुनावी प्रणाली की तर्ज़ पर होते हैं. पहले दौर के मतदान में यदि किसी भी एक उम्मीदवार को 50 फीसद से ज्यादा वोट नहीं मिलते हैं, तो दोबारा वोट डाले जाते हैं.
First published: 20 May 2017, 16:55 IST