मोसुल में छिपे बगदादी के करीब पहुंची इराकी सेना, आईएसआईएस का अंत करीब

लगता है कि अब दुनिया के लिए दुःस्वप्न बन चुके आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट (आईएसआईएस) का अंत करीब आ चुका है. दो साल में पहली बार उत्तरी इराक के मोसुल में इराक की सेना आरपार की लड़ाई के मूड में घुस गई है. इसे आईएस के खिलाफ निर्णायक जंग के रूप में देखा जा रहा है.
इसके साथ ही मोसुल में इराकी सेना की आईएस के खिलाफ यह कार्रवाई और ज्यादा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि खुद को खलीफा घोषित करने वाले अबु बक्र अल बगदादी को शहर के अंदर ही छिपा हुआ माना जा रहा है.
द इंडिपेंडेट में छपी खबर के मुताबिक कुर्दिश राष्ट्रपति मसूद बर्जानी के प्रमुख अधिकारी फौद हुसैन ने एक साक्षात्कार में बताया कि उनकी सरकार के पास तमाम स्रोतों से यह खबर है कि "बगदादी वहां हैं और अगर वो मारा जाता है तो इसका मतलब पूरे आईएसआईएस के तंत्र का खात्मा हो जाएगा."
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ऐसे में इस जंग के बीच में ही आईएसआईएस को एक नया खलीफा चुनना पड़ेगा लेकिन बगदादी के किसी भी उत्तराधिकारी के पास इसके चयन का अधिकार नहीं है. मालूम हो कि बगदादी ने जून 2014 में मोसुल में कब्जा जमाने के बाद खुद को खलीफा घोषित कर दुनिया को हैरान कर दिया था.
फौद के मुताबिक पिछले आठ-नौ महीनों से बगदादी ने खुद को छिपा रखा है और अब वो मोसुल और पश्चिमी मोसुल के शहर तल अफार में मौजूद आईएसआईएस कमांडरों पर काफी ज्यादा आश्रित है. जबकि सीरिया और अन्य देशों में आईएस के अन्य प्रमुख और मशहूर बड़े आतंकी मारे जा चुके हैं.
हालांकि मोसुल में बगदादी की मौजूदगी के चलते जंग लंबी और कठिन हो सकती है क्योंकि उसके करीबी लोग उसे बचाने के लिए अपनी आखिरी सांस तक लडेंगे. फौद हुसैन के मुताबिक, "इतना तो तय है कि उनकी हार होगी लेकिन यह नहीं पता कि इसमें कितना वक्त लगेगा." उन्होंने यह भी कहा कि कुर्दिश और पेशमर्गा सेना यह देखकर काफी हैरान है कि आईएस द्वारा मोसुल के गांवों में छिपने के लिए तमाम सुरंगें बनाई जा चुकी हैं.
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मोसुल के अंदर तक तिगरिस नदी के पूर्वी किनारे तक पहुंच चुकी इराकी सेना द्वारा मंगलवार को सरकारी टेलीविजन सेवाएं बंद कर दी गई. यह नदी एक वक्त करीब 20 लाख की जनसंख्या वाले शहर को आधा बांटती है.
फौद के मुताबिक मोसुल के खात्मे की रफ्तार कई बातों पर निर्भर करती है जिसमें क्या आईएसआईएस नदी पर बने पांच पुलों को नष्ट कर देता है या नहीं, जैसी बात भी शामिल है.
अमेरिकी हवाई हमलों के साथ इराकी सेना मोसुल के निनेवह मैदान के पास हमले कर रही है और खाली कस्बों-गांवों (जहां के लोग पहले ही अपने घर छोड़कर जा चुके हैं) को अपने कब्जे में ले रही है.
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एक कुर्दिश अधिकारी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि मोसुल में जंग लंबे वक्त तक चलेगी. लेकिन अब मोसुल में बचे 3,000 से 5,000 और शहर के आसपास मौजूद 1,500 से 2,500 आईएस आतंकियों के लिए बच निकलना बहुत मुश्किल हो गया है.
अगर वो चाहेे भी तो भाग नहीं सकते. इराकी सेना और पेशमेग्रा ने शहर को उत्तर, पूर्व और पश्चिम की ओर से घेर लिया है और पैरामिलिट्री हश्द-अल-शाबी पश्चिम की ओर से अंदर आ रहे हैं, जिससे सीरिया को जाने वाला आखिरी रास्ता भी बंद हो चुका है.
अमेरिकी प्रवक्ता कर्नल जॉन डॉरियन ने कहा कि अमेरिकी के नेतृत्व वाली वायुसेना ने गौर किया है कि अब आईएस के लड़ाके भारी तादाद में नहीं जा सकते हैं और अगर हमनें उन्हें भारी तादाद में एक साथ आते देखा तो हम उनपर हमला करके उन्हें मार देंगे.