पाकिस्तान को बुरे वक़्त में मिला भारत के इस विरोधी देश का साथ, PM मोदी की बढ़ सकती है चिंता !

पाकिस्तान की हालिया आर्थिक स्थिति से परेशान मुल्क के नए प्रधानमंत्री कई जगह मदद की गुहार लगा चके हैं. अब पाकिस्तान को अपनी हालत सुधारने के लिए भारत के विरोधी देश चीन का साथ मिला है. चीन ने कहा है कि वो पाकिस्तान को संकट की इस स्थिति में बेसहारा नहीं छोड़ेगा. वहीं चीन ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान को नकद सहायता देने की बजाय अब वहां निवेश को बढ़ावा देगा. इसके साथ ही चीन पाकिस्तान में नई परियोजनाएं लांच करने की तैयारी में है.
चीन ने इस बात का खुलासा किया कि वो अब पाकिस्तान को अर्थव्यवस्था में आए इस संकट से उबारने के लिए वहां दीर्घकालिक निवेश करेगा. जिससे कि पाकिस्तान को लम्बे समय तक फायदा होगा. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पिछली महीने ही चीन के दौरे पर गए थे. जानकारों के अनुसार ऐसा माना जा रहा था कि पीएम इमरान पाकिस्तान की खस्ता आर्थिक हालत के लिए चीन से भी मदद की गुहार लगाने के इरादे से चीन के दौरे पर गए थे. बता दें कि पिछले सालों में पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है. इसमें से ज्यादा कर्ज चीन से ही लिया गया था.
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के जानकारों की मानें तो चीन और पाकिस्तान के इस नए तालमेल से भारत के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. भारत का विरोधी माना जाने वाला चीन अब स्थाई निवेश से पाकिस्तान का स्थाई मददगार बनने वाला है. और भारत के लिहाज से ये बात चिंताजनक है. इस मामले में लाहौर में चीनी कॉन्सुलेट जनरल लांग डिंगबिन ने जियो न्यूज से बात करते हुए कहा, ''नकदी के बजाय चीन पाकिस्तान को कई तरह के बेलआउट पैकेज देने की योजना बना रहा है.इसके तहत चीन कई परियोजनाओं में निवेश करेगा.''
गौरतलब है कि चीन और पाकिस्तान के बीच स्थापित सीपीईसी की कोई काट भारत अभी तक नहीं खोज पाया है. ऐसे में चीन की तरफ से पकिस्तान को दी जाने वाली दीघर्कालीन निवेश की ये स्थिति भारत के लिए चिंताजनक है.