पाकिस्तान में दंगे भड़कने से मची तबाही, PM इमरान खान ने दी इस्लाम की नसीहत

पाकिस्तान में बुधवार को गंभीर स्थिति पैदा हो गई. ईशनिंदा मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट से आसिया बीबी नाम की ईसाई महिला को बरी किये जाने के बाद से देश में दंगे भड़क गए. हालात इतने ज्यादा गंभीर हो गए कि खुद पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मीडिया के सामने आकर मुल्क के लोगों को ईश निंदा और इस्लाम का मतलब समझाया. साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
पाकिस्तान के पीएम ने हालात पर काबू पाने के लिए कोर्ट के फैसले की तरफदारी करते हुए मुल्क के लोगों को इस्लाम का पाठ याद दिलाया. इसी एक साथ उन्होंने प्रदरषनकारियों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जाकर देश में हिंसा करने को लेकर सख्त चेतावनी भी दी. गौरतलब है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट से आसिया बीबी को रिहा करने के बाद प्रदर्शनकारी कोर्ट के जजों को मारने की धमकी देने रहे हैं. और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस बाबत पाकिस्तान के पीएम ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह कानून हाथ में लेते हुए धमकी देने वालों और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी. गौरतलब है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा आसिया बीबी को रिहा करने के फैसले के आने के बाद से ही लाहौर, पेशावर और कराची समेत अन्य शहरों पर 'तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान' (TLP) के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और कई सड़कों को जाम कर दिया.
कई जगह हिंसा, आगजनी और पुलिस के साथ तीखी झड़प भी हुई है. पाकिस्तानी के चैनल जियो टीवी के अनुसार पाकिस्तान के पंजाब, सिंध और बलोचिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ने पर 31 अक्टूबर से लेकर 10 नवंबर तक धारा 144 लगा दी गई.
17 सालों से अनावरण के इंतजार में कपड़े से लिपटी है देश की पहली महिला PM इंदिरा गांधी की मूर्ति
क्या है मामला
कोर्ट द्वारा आसिया बीबी को ईशनिंदा मामले में बरी किए जाने पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा को लोग गैर मुस्लिम बता रहे हैं. और सेना के खिलाफ बगावत के लिए उकसाया जा रहा है. इसके अलावा प्रदर्शनकारी ये फैसला सुनाने वाले पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के जजों की हत्या करने की धमकी दे रहे हैं.
इस मामले में हिंसा बढ़ती देख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खुद आगे आये और कहा, ''सुप्रीम कोर्ट आपके मुताबिक फैसला नहीं सुनाएगा. ऐसे कोई मुल्क नहीं चल सकता है.'' प्रदर्शनकारियों द्वारा किए जा रहे हिंसक आंदोलन के बारे में इमरान खान ने सख्त रूख अपनाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों और आर्मी चीफ के खिलाफ बगावत देशद्रोह है.
क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में ईशनिंदा की दोषी ईसाई महिला आसिया बीबी की फांसी की सजा को पलटते हुए उसे बरी कर दिया. गौरतलब है कि आसिया पर अपने पड़ोसियों के साथ विवाद के दौरान इस्लाम का अपमान करने के आरोप लगे थे. साल 2010 में आसिया बीबी को इस मामले में दोषी करार दिया गया था.
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार की अगुवाई वाली शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ ने बुधवार को फैसला सुनाया. निसार ने फैसले में कहा, ''याचिकाकर्ता की तरफ से कथित ईशनिंदा मामले में अभियोजन की तरफ से पेश साक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट है कि अभियोजन अपने मामले को साबित करने में विफल रहा है.''
कोर्ट ने कहा कि आसिया बीबी अगर अन्य मामलों में वांछित नहीं हैं तो जेल से उन्हें तुरंत रिहा किया जा सकता है. बीबी पहली महिला हैं जिन्हें ईशनिंदा कानून के तहत मौत की सजा दी गई थी.