सऊदी ने बंद की पाकिस्तान की तेल सप्लाई, एक बिलियन डॉलर का कर्ज वापस करने को कहा, पढ़ें पूरा मामला

सऊदी अरब (Saudi arabia) ने इस्लामाबाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को ऋण देने और तेल की सप्लाई पर रोक लगाने का फैसला किया है. सऊदी अरब ने यह कदम पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की आलोचना करने के बाद उठाया है. हालही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ कदम न उठाने पर सऊदी अरब की अगुवाई वाले इस्लामिक सहयोग संगठन को चेतावनी दी थी. सऊदी के इस कदम के बाद दोनों सहयोगियों के बीच संबंधों में बड़ी खटास आ गई है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने यह भी धमकी दी थी ''मैं सम्मान से आईओसी को विदेश मंत्रियों की कॉउंसिल की बैठक बुलाने का अनुरोध कर रहा हूं. अगर आप इसे नहीं बुलाते हैं तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान को उन इस्लामिक दक्षिण की बैठक बुलाने के लिए कहूंगा जो कश्मीर मुद्दे पर हमारे साथ हैं''. महमूद कुरैशी ने आगे कहा था कि पाकिस्तान ने सऊदी अरब के अनुरोध पर खुद को कुआलालंपुर शिखर सम्मेलन से अलग किया था और अब पाकिस्तानी मुस्लिम यह मांग कर रहे हैं कि सऊदी अरब कश्मीर के मुद्दे पर नेतृत्व करे.
सऊदी अरब पहले ही कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने को भारत का आंतरिक मामला बता चुका है. अब सऊदी अरब ने पाकिस्तान से उसके एक बिलियन डॉलर के कर्ज को वापस लौटने को कहा है. बीबीसी के अनुसार साल 2018 में सऊदी ने पाकिस्तान को 3.2 बिलियन डॉलर का लोन दिया था. पाकिस्तान कर्ज नहीं चुका पाया तो सऊदी ने तेल भी रोक दिया. लेकिन सऊदी अरब ने भारत के साथ अधिक विस्तार की साझेदारी पर ध्यान केंद्रित करते हुए कश्मीर पर एक स्टैंड-अलोन बैठक बुलाने की कोई इच्छा नहीं दिखाई.