US President Election: कमला हैरिस ने सुनाई कहानी- कैसे मिले थे अमेरिका में उनके इंडियन-अफ्रीकन माता-पिता

US President Election 2020: अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उप राष्ट्रपति पद उम्मीदवार कमला हैरिस बेहद चर्चा में हैं. अपने चुनाव अभियान में बुधवार को कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस ने जमैका और भारतीय प्रवासियों के बारे में बात की और अपने जीवन में परिवार के महत्व पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने अपने माता-पिता का भी जिक्र किया जो अफ्रीका और भारत से हैं. सीएनएन के अनुसार हैरिस ने कहा "मैंने अपने करियर के दौरान कई खिताब अपने नाम किए हैं और अचानक उप राष्ट्रपति का की उम्मीदवारी इनमें से एक है''. हैरिस ने इस बारे में भी बात की कि कैसे उनके माता-पिता जमैका और भारतीय आप्रवासी 1960 के दशक में ओकलैंड में नागरिक अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करते हुए मिले थे.
हैरिस ने कहा "मेरी माता और पिता अमेरिका दुनिया के विपरीत हिस्सों से आए थे. एक भारत से और दूसरा विश्वस्तरीय शिक्षा की तलाश में जमैका से. 1960 के दशक के नागरिक अधिकार आंदोलन उन्हें एक साथ ले आया और इसी तरह वे ओकलैंड की गलियों में छात्र के रूप में मिले. कमला ने कहा तब से न्याय के लिए उनकी लड़ाई शुरू हुई. हैरिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कोरोना वायरस को सही से न संभालने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा ट्रंप की असफलता के कारण अमेरिका में 5 मिलियन से अधिक कोरोना वायरस मामले सामने आये.
कमला हैरिस ने कहा "कोरोना वायरस परीक्षण करने से इनकार करना सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने पर वह असफल रहे. कैलिफोर्निया की डेमोक्रेट ने कहा कि वह इस जिम्मेदारी के लिए तैयार थी और काम करने के लिए तैयार हैं''. बाइडेन द्वारा हैरिस को उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाई जाने पर ट्रंप ने हैरानी जताई थी. ट्रंप ने कहा कि वह बाइडेन की पसंद से हैरान हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब हैरिस प्राइमरी (प्राथमिक चुनाव) में डेमोक्रेटिक नामांकन के लिए जा रही थी तब भी वह प्रभावित करने में विफल रही थी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि डेमोक्रेटिक प्राइमरी के दौरान हैरिस ने बाइडेन पर अपमानजनक हमला किया था.
इस बीच अमेरिका में काम करने वाले भारतीयों के लिए अच्छी खबर है, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने H1B वीजा के लिए कुछ नियमों में छूट की घोषणा की है. इस छूट में एच -1 बी, एल -1 के परिवार के सदस्य और जे 1 वीजा की कुछ श्रेणियां शामिल हैं. यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद आया है.