Video: न्यूजीलैंड के सांसद ने संस्कृत में शपथ लेकर सबको किया हैरान, बताई ये खास वजह

जब बुधवार को न्यूजीलैंड की संसद के सदस्यों को शपथ दिलाई गई, तो एक भारतीय मूल के डॉक्टर ने संस्कृत में शपथ लेकर सबको हैरान कर दिया. हेमिल्टन पश्चिम के सांसद डॉ, गौरव शर्मा, जो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के निवासी हैं, ने पहले अपनी देश की मूल भाषा और फिर संस्कृत भाषा में शपथ ली. 33 वर्षीय लेबर पार्टी के सांसद गौरव न्यूटन में एक जनरल प्रैक्टिशनर के रूप में काम करते हैं और फ्रैंकन में रहते हैं. गौरव ने अपने फेसबुक पर शपथ समारोह का फुटेज शेयर किया और यह सोशल मीडिया में वायरल हो गया.
उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ''मैंने यूनिटेक के माध्यम से कुछ समय पहले Te Reo और बाद में संस्कृत सीखी है. मैं भारत में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय छात्र था.'' डॉ. शर्मा ने लिखा "संस्कृत 3500 साल पुरानी भाषा है, जिसमें से कई वर्तमान भारतीय भाषाओं में उत्पत्ति हुई हैं." उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया कि वह भारत के बाहर संस्कृत में शपथ लेने वाले केवल दूसरे व्यक्ति हैं.
ऐसा करने वाला एकमात्र अन्य व्यक्ति सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद थे जिन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में संस्कृत में शपथ ली थी. NZ Hearld की रिपोर्ट के अनुसार जिन 120 सांसदों ने 53वीं संसद के लिए शपथ ली, उनमें से 77 ने अंग्रेजी में शपथ ली और 44 ने te reo को चुना.
पाकिस्तान में रेपिस्टों को नपुंसक बनाने वाले कानून को मंजूरी, पढ़िए पीएम इमरान खान ने क्या कहा
First published: 25 November 2020, 16:54 ISTTo be honest I did think of that, but then there was the question of doing it in Pahari (my first language) or Punjabi. Hard to keep everyone happy. Sanskrit made sense as it pays homage to all the Indian languages (including the many I can’t speak) https://t.co/q1A3eb27z3
— Dr Gaurav Sharma MP (@gmsharmanz) November 25, 2020