शी जिनपिंग और किम जोंग उन की दोस्ती पर दुनिया की नजर क्यों है ?

अमेरिका और चीन के बीच शुरू हुआ ट्रेड पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जहां चीन की निर्भरता को ख़त्म करना चाहते हैंं, वहीं चीन ने भी साफ़ सन्देश के दिया है कि अमेरिका के सामने झुकने वाला नहीं है. वर्ल्ड पावर बनने की दोनों देशों कि यह प्रतिस्पर्धा कहीं दुनिया के देशों में गुटबाजी को नहीं पैदा कर देगी ?
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने सम्पादकीय में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की चीन यात्रा की पुष्टि है. अख़बार ने लिखा कि 25 से 28 मार्च चलने वाली इस यात्रा के दौरान शी जिनपिंग और किम जोंग उन के बीच मैत्रीपूर्ण वार्ताएं हुई. जिसमें पारंपरिक चीन-उत्तर कोरिया की दोस्ती को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया.
शिन्हुआ न्यूज़ के अनुसार किम जोंग उन का चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग के ग्रेट हॉल में स्वागत किया. किम जोंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन के लिए एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था. शी जिनपिंग ने किम जोंग उन की इस बात के लिए भी सराहना कि उनके एक बार फिर से चीनी राष्ट्रपति चुने जाने पर किम जोंग ने उन्हें बधाई दी थी.
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किम जोंग उन के इस दौरे को दक्षिण कोरिया और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने से पहले अपने सभी मित्र देशों से बातचीत करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है. किम ने यह भी कहा कि ‘अगर दक्षिण कोरिया और अमेरिका हमारे प्रयासों पर सद्भावना के साथ प्रतिक्रिया दें और शांति स्थापित करने के लिए प्रगतिशील कदम उठाएं तो परमाणु हथियार खत्म किए जाने का मुद्दा हल हो सकता है.’
First published: 28 March 2018, 12:56 IST