टोक्यो ओलंपिक में मुस्लिम खिलाड़ियों के लिए आयोजकों ने चलाई मोबाइल मस्जिद

जापान (Japan) में इस साल ओलंपिक (Olympic) का आयोजन किया जाना है. गुरूवार को ही आयोजन कर्ता द्वारा साफ किया गया कि भले ही कोरोना वायरस तबाही मचा रहा हो लेकिन इससे ओलंपिक के आयोजन पर किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 24 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाले खेलों के महाकुंभ में इस बार मुस्लिम खिलाड़ियों, अधिकारियों और समर्थकों को ध्यान में रखते हुए मस्जिद ऑन व्हील्स की व्यवस्था की गई है.
बता दें, जापान में सार्वजनिक क्षेत्रों और प्रार्थना स्थलों की कमी है जिसके कारण मोबाइल मस्जिद (Mobile Mosque) की व्यवस्था की गई है. हालांकि खेल की शुरूआत से पहले खिलाड़ियों के लिए बने खेल गांव में नमाज़ अदा की जाएगी. लेकिन हर जगह पर यह उपल्बध नहीं हो सकता इसके कारण इन मस्जिद ऑन व्हील्स (Mosque On Wheels) की व्यवस्था की गई है.
मस्जिद ऑन व्हील्स का निर्माण यासु नामक कंपनी ने किया है. इस कंपनी के सीईओ यासुहारु इनूए ने कहा, मैं चाहता हूं कि एथलीट्स अपनी पूरी प्रेरणा के साथ प्रतिस्पर्धा करें. इसी वजह से हमने इसे बनाया है. मुझे उम्मीद है कि यह इस बात की जागरूकता लाने में सफल रहेगा कि दुनिया में कई अलग-अलग लोग हैं. इससे गैर-भेदभावपूर्ण, शांतिपूर्ण ओलिंपिक और पैरालिंपिक गेम्स को बढ़ावा मिलेगा. वे सभी धर्म के लोगों की सुविधा के लिए अलग-अलग व्यवस्था करने में लगे हैं.
बता दें, इस बात की संभावना है कि 2020 में जो मुस्लिम ओलंपिक खेलों के लिए जापान आएंगे उनके जापान में मौजूद मस्जिद काफी नहीं होंगी.
गौरतलब हो, मस्जिद ऑन व्हील्स में करीब 50 लोग एक साथ बैठ कर नमाज अदा कर सकते है. इतना ही नहीं नमाज से पहले हाथ पैर धोने के लिए इसमें एक नल भी दिया गया है. बता दें, जापान में अनुमानित 100,000 से 200,000 मुसलमान रहते हैं और उनके लिए 150-200 मस्जिदे है.
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