मंदसौर फ़ायरिंग: 6 किसानों की मौत के बाद आज राहुल गांधी का दौरा

मध्य प्रदेश में उग्र हुए हिंसक किसान आंदोलन में छह लोगों की मौत हो गई है. छह दिन से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने मंगलवार को मंदसौर में 8 ट्रक और 2 बाइक में आग लगा दी थी.
इन्हें क़ाबू करने के लिए पुलिस और सुरक्षाबलों ने फायरिंग की, जिसमें अभी तक छह किसान मारे जा चुके हैं. पूरे शहर में कर्फ्यू लगाया गया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और गुजरात में पाटीदार आंदोलन का चेहरा हार्दिक पटेल आज मंदसौर पहुंच रहे हैं.
इस बीच किसान आंदोलनकारियों पर हुई गोलीबारी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने बुधवार को आधे दिन प्रदेश बंद का एलान किया है.
भोपाल से इंदौर तक कड़ी सुरक्षा
इस दौरान दूध-सब्ज़ी और दैनिक जीवन की ज़रूरतों की आपूर्ति कैसे होगी, इसके लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है. सुरक्षाबलों की निगरानी में यह आपूर्ति होगी. इस बीच इंदौर ज़िला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी के आदेश जारी कर दिए हैं.
राजधानी भोपाल में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. राजधानी में कांग्रेस और भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बंद के एलान का असर दिख सकता है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अलावा रोज़मर्रा की ज़रूरतों की आपूर्ति सुरक्षाबलों की निगरानी में की जाएगी.
किसानों पर किसने चलाई गोली?
मंदसौर में किसानों पर गोली किसने चलाई, अब इसपर भी विवाद गहराता जा रहा है. राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दो किसानों की मौत के बाद कहा था कि पुलिस या सुरक्षाबलों ने गोली नहीं चलाई है.
मंदसौर के ज़िला कलेक्टर स्वतंत्र सिंह ने भी कहा है कि ज़िला प्रशासन ने गोली चलाने के आदेश नहीं दिए थे. हालांकि बाद में होम मिनिस्टर का एक कथित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वो कह रहे हैं कि किसानों पर फायरिंग पुलिस ने की.