चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में विपक्ष!

सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा मुख्य न्यायधीश पर लगाए गए आरोपों के मामले में विपक्ष महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार येचुरी का कहना है कि ''न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के मामले में कोई समझौता नहीं हो सकता है''.
येचुरी का कहना है कि इस मामले में विधायिका के पास महाभियोग प्रस्ताव लाना ही एकमात्र विकल्प बचता है. उन्होंने कहा कि वह वक्त आ गया है जब लोकतान्त्रिक ढांचे को यही से चलाने के लिए विधायिका और कार्यपालिका को लोकतंत्र के हित जरूरी कदम उठाने चाहिए.
Looks like the crisis is not resolved yet,so need to intervene and its time to play role of executive. We are discussing with opposition parties on possibility of an impeachment motion against CJI in Budget session: Sitaram Yechury,CPM pic.twitter.com/fRiUcR8Flg
— ANI (@ANI) January 23, 2018
सीपीएम महासचिव ने कहा, मुद्दा सिर्फ इतना है कि देश का लोकतान्त्रिक ढांचा सही से चलते रहना चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार येचुरी ने यह भी कहा है कि इस मामले में वो विपक्ष को राजी करने की कोशिश कर रहे हैं.सूत्रों के अनुसार कांग्रेस भी महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन कर सकती है. जबकि तृणमूल कांग्रेस, डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) जैसे कुछ अन्य दल भी इस प्रस्ताव के पक्ष में आ सकते हैं.
विपक्ष महाभियोग प्रस्ताव को राज्यसभा में लाने की तैयारी कर रहा है. क्योंकि लोक सभा में महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए कम से कम 100 सदस्यों की आवश्यकता होगी और वहां विपक्ष के पास पर्याप्त समर्थन मिलना मुश्किल है. जबकि राज्यसभा में 50 सदस्यों के हस्ताक्षर से इसे पेश किया जा सकता है.
बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि वे विपक्ष के कदम के शामिल नहीं होंगे. इस मामले में एक बीजेपी नेता ने कहा कि विपक्ष द्वारा महाभियोग प्रस्ताव लाने का मतलब न्यायपालिका को "धमकाने" का प्रयास है.
First published: 24 January 2018, 16:07 IST