कर्नाटक में BJP के व्हाट्सऐप अभियान को कांग्रेस Facebook से मात दे पायेगी ?

कर्नाटक विधानसभा चुनाव शहरों और गांवों में भी सोशल मीडिया पर बड़े जोरदार तरीके से लड़ा जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय और दिव्य स्पंदाना ने बेंगलुरू में अपना डेरा जमा रखा है और अपनी प्राचार रणनीति में व्यस्त हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में ट्विटर और फेसबुक पर बीजेपी पर भारी पड़ रही है. जबकि व्हाट्सएप पर बीजेपी को कांग्रेस टक्कर नहीं दे पा रही है. बीजेपी और संघ परिवार ने उत्तर प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनावों में भी व्हाट्सएप आउटरीच के दम पर चुनाव जीता था.
कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के लिए ख़ुशी की बात यह है कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एक ट्विटर स्टार के रूप में उभरे हैं. वहीं कांग्रेस को रोजगार के मुद्दे पर कर्नाटक' में एक्टिविस्ट समूहों का भी समर्थन मिल रहा है. जिनके सदस्यों ने शहरों में पकौड़े के स्टाल लगाए हैं.
वह इसके जरिये मोदी सरकार के 2 करोड़ रोजगार देने के वादे को याद दिला रहे हैं. इन लोगों की पकौड़ा तलने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल की जा रही हैं. कांग्रेस ने कर्नाटक में नौकरी को अभियान का प्रमुख मुद्दा बनाया है. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि "कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने 1.5 मिलियन नौकरियां पैदा की है.
जबकि मोदी सरकार सालाना 2 करोड़ नौकरियों के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही. आईटी हब के रूप में बेंगलुरू की प्रतिष्ठा को देखते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार अमेरिका में काम कर रहे भारतीयों के हितों की रक्षा करने में विफल रही है. यह कहा गया है कि एच 1 बी वीजा पर अमेरिका में रहने वाले 750,000 भारतीयों को निलाका किया जाएगा.
कांग्रेस का कहना है की यदि ट्रम्प प्रशासन द्वारा घोषित नए नियम प्रभावी हो जाएंगे तो बेंगलुरू और कर्नाटक के युवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. कांग्रेस के सोशल मीडिया अभियान में इस बात पर भी खूब जोर दिया जारहा है कि कर्नाटक में बीजेपी ने भ्रष्टाचारियों को टिकट दिया है. इसमें खास तौर से रेड्डी बंधुओं का जिर्क किया गया है.
दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि 11 लाख घरों ने बुधवार को अपने घरों पर भाजपा के झंडे लगाए. पार्टी ने मार्च में भाग लेने वाली भीड़ की तस्वीर वायरल की है. इसके वीडियो और फोटो पोस्ट किए जा रहे हैं, मतदाताओं को यह बताने के लिए कि जमीन पर पार्टी की ताकत सबसे ज्यादा है.
First published: 26 April 2018, 14:29 IST