ढोंग है भाजपा का दलित प्रेम, दिखावे के लिए मनाई आंबेडकर जयंती: मायावती

बसपा अध्यक्ष मायावती ने भाजपा सरकार पर दलित प्रेम का दिखावा करने का आरोप लगाया है. मायावती ने कहा की केंद्र और राज्य सरकार का ये दलित प्रेम ढोंग है. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम को लेकर अगर केन्द्र की नीयत वाकई साफ है तो उसे न्यायालय के फैसले का इंतजार करने की बजाय अधिनियम को प्रभावी बनाने के लिए अध्यादेश जारी कर देना चाहिए.
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मीडिया से मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ का ये दलित प्रेम एक छल है. भाजपा के इन दोनों नेताओं ने वास्तविकता में दलितों के लिए कुछ भी नहीं किया है. भाजपा सरकार की आंबेडकर जयंती के दिन शुरू की गयी योजनाओं पर तंज कस्ते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ बाबा साहब के नाम योजनाएं शुरू करने और उनसे जुड़े स्मारकों के उद्घाटन से दलितों का विकास नहीं होने वाला है.
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साथ ही आगे उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम का असर कम हो गया है. 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है. केन्द्र को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाकर अध्यादेश जारी कर देना चाहिए.
सरकार पर सही पैरवी न करने का लगाया आरोप
मायावती ने सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय में एससी/एसटी एक्ट के मामले में सही पैरवी नहीं की. इससे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दलितों के प्रति नियत साफ नहीं है.सरकार आंबेडकर जयंती मनाने का ढोंग न करे बल्कि उनके लिए काम करे तो बेहतर हो.
मायावती ने कहा कि दलितों के दिल में जगह तभी बनाई जा सकती है जब बाबा साहब के अनुयाइयों के लिए ईमानदारी से उनके उत्थान के लिए काम किया जाये. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब से यूपी में भाजपा सरकार आयी है न्याय व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है.
First published: 15 April 2018, 9:04 IST