बिहार लैंडडील पर बोले अमित शाह- 'एक साल पहले ही हुआ ज़मीन ख़रीदने का फ़ैसला'

नोटबंदी के बाद भारतीय जनता पार्टी के द्वारा बिहार के कई शहरों में खरीदी गई जमीन के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. इस मामले में कैच ने शुक्रवार को खबर प्रकाशित की थी.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि इस मामले का नोटबंदी से कोई लेना-देना नहीं है, पिछले साल ही फैसला किया गया था कि हर जिले में संगठन कार्यालय हो और उसी फैसले के तहत जमीनें खरीदी गईं.
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार में खरीदी गई जमीन के प्रकरण में कहा, "कांग्रेस के द्वारा यह आरोप लगाना शर्मनाक है कि पार्टी ने नोटबंदी के मद्देनजर संपत्तियां खरीदनी शुरू की. 5 जुलाई 2015 को बेंगलुरु में आयोजित महासंपर्क अभियान में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने देश भर में जमीनी स्तर तक पार्टी कार्यालय होने की जरूरत पर जोर दिया था, क्योंकि हमारी सदस्यता पहले ही 10 करोड़ को पार कर रही थी."
प्रसाद ने कहा कि विस्तार कार्यक्रम के तहत शाह ने इस काम के लिए धन इकट्ठा करने और पार्टी कार्यालय बनाने के अभियान पर जोर दिया था.
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से भी स्वेच्छा से योगदान करने की अपील की थी. उन्होंने कहा कि इस फैसले का मूर्त रूप देने के लिए एक केंद्रीय कमेटी और राज्यों में उप-समितियां बनाई गई थीं.
प्रसाद ने कहा, "पार्टी और कार्यकर्ता इसके लिए पिछले 16 महीने से लगातार काम करहे थे, ताकि हर जिले में संगठन का कार्यालय हो. इस मामले में विपक्ष के सारे आरोप हास्यास्पद हैं."