राम माधव का दावा- जम्मू कश्मीर में सिर्फ 200 से 250 लोगों को हिरासत में रखा गया है

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में केवल 200 से 250 लोगों को निरोधात्मक हिरासत में रखा गया है. पीटीआई के अनुसार उन्होंने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि जिन 200 से 250 लोगों हिरासत रखा गया है, उनमें कुछ को पांच सितारा गेस्ट हाउस और कुछ पांच सितारा होटलों में रखा गया है." माधव ने कहा कि 5 अगस्त को जब केंद्र ने राज्य से आर्टिकल 370 रद्द किया तब से 2,000 से 2,500 लोगों को हिरासत में रखा गया था. तब से कश्मीर घाटी शांतिपूर्ण स्थिति है. माधव ने कहा "आप समझ सकते हैं कि कश्मीर के लोग क्या चाहते हैं और ये 200 से 250 लोग क्या चाहते हैं."
माधव की यह टिप्पणी इस बात पर आयी, जिसमे कहा गया था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ़्ती, उमर अब्दुल्ला और कश्मीरी नौकरशाह से राजनेता शाह फ़ेसल जैसे कई मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था या पिछले महीने घर में नजरबंद कर दिया गया था. जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट के पब्लिक ऑर्डर सेक्शन के तहत बुक किया गया था, जो बिना किसी मुकदमे के छह महीने तक हिरासत में रखा जा सकता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या हिरासत में लिए गए पार्टी नेताओं को आगामी ब्लॉक विकास परिषद के चुनावों में प्रचार करने की अनुमति दी जाएगी, माधव ने कहा कि यह एक बड़ा चुनाव नहीं है. उन्होंने कहा डोर-टू-डोर कैंपेनिंग नहीं होगी, यह एक छोटी चुनावी प्रक्रिया है. 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव होंगे और 3 बजे से वोटों की गिनती होगी.
चुनाव जम्मू और कश्मीर के 316 में से 310 ब्लॉक में आयोजित किए जाएंगे. इस्लामाबाद के साथ संबंधों के बारे में बात करते हुए, माधव ने कहा कि 1994 में यह निर्णय लिया गया था कि "पाकिस्तान के साथ चर्चा करने के लिए एकमात्र बिंदु तब है जब वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत को सौंप देंगे."
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First published: 1 October 2019, 11:06 IST