भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर पीएम मोदी ने तोड़ी चुप्पी, बोले- आंबेडकर को राजनीति में मत घसीटो

सुप्रीम कोर्ट के SC/ST एक्ट को लेकर दिए गए आदेश के विरोध में आयोजित भारत बंद और विरोध विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर पहली बारपीएम मोदी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. पीएम मोदी ने सोमवार को देश भर में हुई हिंसा के बाद इस पर पहला बयान दिया है.
पीएम मोदी ने कहा," हम बाबा साहेब अंबेडकर के दिखाए रास्ते में चल रहे हैं. बाबा साहेब के हजारों अनुयायी शांति और मिलकर चलने में विश्वास रखते हैं. गरीबों में भी सबसे कमजोर तबके के लिए काम करना ही हमारा मिशन है." पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में किसी अन्य सरकार ने बीआर अंबेडकर का उस तरह सम्मान नहीं किया, जैसा हमने किया है.
We are walking on the path shown by Dr. Babasaheb Ambedkar. At the core of Dr. Ambedkar's ideals is peace and togetherness. Working for the poorest of the poor is our mission: PM Modi pic.twitter.com/SOhWvQ4Eb5
— ANI (@ANI) April 4, 2018
गौरतलब है कि सोमवार को दलित और आदिवासियों ने SC/ST एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया था. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई. इसमें करीब 10 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आई. मध्य प्रदेश में हुई हिंसा में सबसे ज्यादा मौते हुई.

सरकार ने विपक्षी पार्टियों और जन आंदोलन के बाद मंगलवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले पर बदलाव से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लोगों ने उनका फैसला सही ढंग से नहीं समझा है. कोर्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि किसी निर्दोष को इस मामले में सजा ना मिले.

कोर्ट ने इस मामले में सभी पार्टियों से अगले दो दिनों में विस्तृत जवाब देने को कहा. इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 11 अप्रैल को होगी. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) दीपक मिश्रा ने केंद्र सरकार की पुनर्विचार याचिका पर खुली अदालत में सुनवाई के लिए जस्टिस आदर्श कुमार गोयल और जस्टिस यू.यू.ललित की बेंच का गठन किया था. इस मामले में खुद सरकार को अपनी सहयोगी पार्टियों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी है.
First published: 4 April 2018, 14:55 IST