स्वामी बोले- यही आर्थिक नीति रही तो नहीं बन पाएंगे 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था

भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि अगर देश में कोई नई आर्थिक नीति नहीं लायी गई तो 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल है. अप्रैल-जून तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5 फीसदी तक गिरने की खबर के बाद स्वामी ने यह टिप्पणी की है. जीडीपी की यह संख्या छह साल में सबसे न्यूनतम है.
Get ready to say good bye to ₹ 5 trillion if no new economic policy is forthcoming. Neither boldness alone or knowledge alone can save the economy from a crash. It needs both. Today we have neither
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 31, 2019
स्वामी ने ट्वीट कर कहा, "केवल साहस या ज्ञान से ही अर्थव्यवस्था को नहीं बचा सकते हैं. इसके लिए दोनों की जरूरत है. आज हमारे पास दोनों में से कोई भी नहीं है.” सरकार ने पिछले कुछ हफ्तों में आर्थिक मंदी को नियंत्रित करने के लिए कई उपायों को अपनाया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को घोषणा की कि सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को चार बैंकों में विलय किया जायगा.
भारतीय रिजर्व बैंक ने भी पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह केंद्र को उसके लाभांश और अधिशेष भंडार के 1.76 लाख करोड़ रुपये देगा. सरकार के लिए जीडीपी में आयी यह गिरावट बड़ी खतरे की घंटी है. पिछले कुछ महीनों में ऑटोमोबाइल विनिर्माण और रियल एस्टेट जैसे मुख्य क्षेत्रों में उपभोक्ता मांग कमजोर होने और निवेश में कमी के कारण विकास में एक धीमी गति से वृद्धि देखी गई.
मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को घरेलू और वैश्विक कारकों को को इसके लिए जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति में सुधार के लिए कदम उठा रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की इन 10 बड़े PSU बैंकों के मर्जर की घोषणा
First published: 31 August 2019, 11:29 IST