एंड्रॉयड मार्शमैलो पॉपुलर होने से पहले ही आ गया एंड्रॉयड एन का प्रिव्यू

किटकैट, लॉलीपॉप और मार्शमैलो के बाद अब क्या? इस सवाल का जवाब सामने आ गया है. दिग्गज आईटी कंपनी गूगल ने डेवलपर्स के लिए अपने नए और आने वाले एंड्रॉयड वर्जन "एंड्रॉयड एन" का प्रिव्यू जारी कर दिया. अभी इसे केवल नेक्सस स्मार्टफोन और डेवलपर्स के लिए ही उपलब्ध कराया गया है.
स्प्लिट स्क्रीन को एंड्रॉयड एन नाम वाले इस नए वर्जन की खूबी बताया जा रहा है. स्प्लिट स्क्रीन के जरिये यूजर एक साथ एक स्मार्टफोन की स्क्रीन पर दो ऐप पर काम करने में सक्षम हो सकेंगे. जबकि यूजर्स को नए वर्जन में कुछ बेहतर मिले इसके लिए इस प्लेटफॉर्म के एनिमेशन, ग्राफिक्स, ट्रांजिशन और एपीयरेंस को भी काफी तेज और खूबसूरत बनाया गया है. तमाम और भी बेहतरीन फीचर्स से लैस एंड्रॉयड का यह वर्जन जुलाई में स्मार्टफोनों के लिए उपलब्ध हो जाएगा.
हालांकि यह चौंकाने वाली बात है कि अब तक दुनिया के केवल तीन फीसदी एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर मार्शमैलो वर्जन चल रहा है और गूगल द्वारा अगला वर्जन लाने की घोषणा कर दी गई. फिलहाल गूगल नेक्सस 6, नेक्सस 5X, नेक्सस 6P, नेक्सस प्लेयर, नेक्सस 9 और पिक्सल सी डिवाइसों पर चुनिंदा यूजर्स ही इसे टेस्ट कर सकते हैं.
मल्टी विंडो
यानी यूजर एक ही स्क्रीन में दो ऐप को अगल-बगल ही खोलकर इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे आप चाहें तो एक ओर वीडियो देखते रहें और दूसरी ओर फेसबुक मैसेंजर से चैटिंग करें. या फिर दो शॉपिंग ऐप अगल-बगल खोलकर अपने मनपंसद उत्पाद की कीमत, डिलीवरी टाइम आदि की जानकारी ले लें.
एफिसिएंसी
नए एंड्रॉयड ओएस में आपका स्मार्टफोन बैटरी खपत कम करे इसका भी ख्याल रखा गया है. इसके लिए मार्शमैलो में लॉन्च किए गए "डोज" को और ज्यादा बेहतर बना दिया गया है और यह स्क्रीन ऑफ होते ही अतिरिक्त बैटरी की ऊर्जा बचाएगा.
डायरेक्ट रिप्लाई
इसका मतलब कि अब यूजर को नोटिफिकेशंस देखकर उस ऐप को खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यूजर के पास विकल्प होगा कि वो सीधे नोटिफिकेशन देखकर ही प्रतिक्रिया दे सके और टास्क लिस्ट को अपडेट कर सके.
अपडेटेड नोटिफिकेशंस पैनल
बिल्कुल नए और अलग ढंग का नोटिफिकेशन पैनल बिल्कुल एंड्रॉयड वियर की तरह ही दिया गया है. इस फ्लैट नोटिफिकेशन पैनल पर क्लिक करके नए नोटिफिकेशन के बारे में पूरी जानकारी पाई जा सकती है.
फास्ट सेटिंग्स
पुराने सभी एंड्रॉयड वर्जन्स से अगल इन नए क्विक सेटिंग टैब में यूजर्स मनमुताबिक परिवर्तन कर सकते हैं. यूजर्स के पास यह भी विकल्प रहेगा कि वो अपनी मनपसंद टाइल को इनमें जोड़ दे. साथ ही दो पेजों में दी गई सेटिंग्स में कई सारे टाइल लगाए जा सकते हैं.
ब्लाकिंग कॉलर
यानी अब आपको कॉलर नंबर ब्लॉकिंग के लिए किसी थर्ड पार्टी ऐप की आवश्यकता नहीं होगी. एंड्रॉयड एन के डेवलपर प्रिव्यू वर्जन में ही दिए गए नंबर ब्लॉकिंग फीचर के जरिये सेंटिग्स में जाकर जिस भी नंबर को चाहें उसे ब्लॉक करने का विकल्प मिल जाएगा.