Facebook का नया टूल, यूजर्स देखें या डिलीट करें अपना डाटा

विवादों से घिरा दुनिया का दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook अपने यूजर्स को इसके द्वारा जुटाए गए डाटा को देखने या डिलीट करने का नया जरिया मुहैया कराएगा. Facebook ने यह नवीनतम कदम कैंब्रिज एनालिटिका विवाद से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए उठाया है.
कैंब्रिज एनालिटिका विवाद सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो चुका था कि यह प्लेटफॉर्म अपने तमाम यूजर्स की बेहद संवेदनशील और निजी जानकारी इकट्ठा कर रहा था. लेकिन अब इसका कहना है कि अगले कुछ सप्ताह में यह अपने प्लेटफॉर्म पर कुछ नए फीचर जोड़ेगा जो इस साइट की सेवा शर्तों (टर्म्स ऑफ सर्विस) और इसकी डाटा पॉलिसी में बदलाव करेंगे और यूजर्स देख सकेंगे उनका डाटा कैसे इकट्ठा किया जाता है.
Facebook Newsroom में दावा किया गया है कि यह नए फीचर यूजर्स को जुटाई गई जानकारी डिलीट करने के साथ ही आगे जानकारी न इकट्ठा करने से रोकने का मौका भी देंगे. यह नए टूल्स यूजर्स को अपना डाटा चुनकर डिलीट करने का मौका देने के साथ ही पूरी तरह से अपना अकाउंट रिमूव करने की भी आजादी देंगे.
Facebook ने लिखा, "कुछ लोग पूर्व में शेयर की गई चीजों को डिलीट करना चाहते हैं, जबकि अन्य इस बारे में उत्सुक हैं कि Facebook के पास क्या जानकारी है, इसलिए हम एक्सेस योर इंफॉर्मेशन को पेश कर रहे हैं- यह लोगों के लिए पोस्ट्स, रिएक्शंस, कमेंट्स और खोई गई चीजों जैसी अपनी जानकारी को एक्सेस और मैनेज करने का सुरक्षित जरिया है. आप कुछ भी डिलीट करने के लिए यहां पर आ सकते हैं जिसमें टाइमलाइन से लेकर Facebook प्रोफाइल तक शामिल है."
इन नए फीचर्स में से कुछ की जरूरत GDPR को थी, जो मई से यूरोप में लागू किया जाने वाला नया डाटा रेगुलेशन है और इससे Facebook जैसी कंपनियां प्रभावित हो सकती हैं. Facebook ने 'इट्स टाइम टू मेक अवर प्राइवेसी टूल्स इज़ीयर टू फाइंड' नाम के एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि आने वाले सप्ताहों में कई बदलाव घोषित किए जाएंगे.
यूजर्स Facebook पर अपलोड किए गए फोटो, अपने अकाउंट में जोड़े गए कॉन्टैक्ट्स, टाइमलाइन पोस्ट्स समेत सभी डाटा को डाउनलोड भी कर सकेंगे.
गौरतलब है कि एक व्हिसलब्लोअर ने कहा था कि बेहद कड़े चुनाव में अमेरिकी और ब्रिटिश मतदाताओं को निशाना बनाने के लिए कैंब्रिज एनालिटिका कंसल्टेंसी कंपनी द्वारा लाखों यूजर्स का डाटा गलत ढंग से जुटाया गया था. इस खबर के सामने आने के बाद दुनिया भर में Facebook को विरोध का सामना करना पड़ा.
First published: 28 March 2018, 18:24 IST