Coronavirus Vaccine : भारत बायोटेक की Covaxin ने फेज-1 ट्रायल में दिखाया जबरदस्त रिजल्ट, नो साइड इफेक्ट

Coronavirus vaccine: हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल (बीबीआईएल) द्वारा विकसित स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन कैंडिडेट कोवाक्सिन (Covaxin) इमरजेंसी अप्रूवल के करीब है. एक शोध पत्र में भारत बॉयोटेक ने कहा है कि इसके फेज -1 क्लिनिकल ट्रायल के परिणामों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखाई दी है. भारत बायोटेक ने हाल ही में फेज- 1 और फेज- 2 के अध्ययन के आधार पर नियामक से त्वरित मंजूरी मांगी थी. कंपनी 22,000 लोगों के साथ फेज- 3 का परीक्षण करने के बीच में है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, जो कोविड वैक्सीन के लिए एस्ट्रा ज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड का पार्टनर है, ने भी इमरजेंसी अप्रूवल की मांग की है. फाइजर-बायोएनटेक ने भी इसके लिए आवेदन किया है. भारत बायोटेक ने कहा कि अगस्त के आसपास केवल एक गंभीर प्रतिकूल घटना की सूचना मिली थी, जिसे जांच के उत्पाद से जुड़ा नहीं पाया गया था.
एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीएमडी, भारत बायोटेक कृष्णा एला ने कहा था कि फर्म ने पहले ही फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल के लिए 8,000 ऑड लोगों की भर्ती की थी. फर्म ने 17 नवंबर को चरण 3 परीक्षणों की शुरुआत की. कंपनी ने फेज- 1 और 2 के आंकड़ों के आधार पर मार्केटिंग अप्रूवल के लिए आवेदन किया था. उन्होंने कहा, "यह वैक्सीन सुरक्षित है, जिसे समय परीक्षण और सिद्ध प्रौद्योगिकी के आधार पर बनाया गया है। यह छह महीने की उम्र या 60 साल की उम्र तक दी जा सकती है."
हैदराबाद का भारत बायोटेक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर वैक्सीन डेवलप कर रहा है.परिणाम में कहा गया है कि पहले टीकाकरण के बाद लोकल और सिस्टेमैटिक प्रभाव हल्के/मध्यम गंभीरता में थे और बिना किसी दवा के ही ये दूर हो गए. भारत बॉयोटेक की वैक्सीन का देश की 22 जगहों पर 26,000 वॉलन्टियर्स के साथ फेज 3 ह्यूमन ट्रायल्स चल रहा है. कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक, पुराने ट्रायल रिजल्ट के आधार पर वैक्सीन कम से कम 60 फीसदी प्रभावी होगी.
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