इसरो की उड़ान: पीएसएलवी C-36 के जरिए रिसोर्ससैट-2A का सफल प्रक्षेपण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज अपने ध्रुवीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-36 के जरिए दूरसंवेदी उपग्रह रिसोर्ससैट-2ए का सफल प्रक्षेपण किया.
पीएसएलवी-सी 36 को सुबह करीब दस बजकर 25 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया.
AP: PSLV-C36 carrying Resourcesat-2A launched successfully from Satish Dhawan Space Centre SHAR, Sriharikota pic.twitter.com/IoNlSm8Uir
— ANI (@ANI_news) December 7, 2016
इसरो ने अपनी वेबसाइट पर बताया, "पीएसएलवी-सी36 ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्च पैड से सुबह करीब दस बजकर 24 मिनट पर उड़ान भरी. पीएसएलवी की यह 38वीं उड़ान है जिसके तहत यह प्रक्षेपण यान 1235 किलोग्राम वजन के रिसोर्ससैट-2 ए को सूर्य की समकालिक कक्षा में स्थापित करेगा."
#WATCH: PSLV-C36 carrying Resourcesat-2A launched successfully from Satish Dhawan Space Centre SHAR, Sriharikota (AP) pic.twitter.com/Ecf5WmJy1y
— ANI (@ANI_news) December 7, 2016
दूरसंवेदी उपग्रह है रिसोर्ससैट-2ए
रिसोर्ससैट-2ए एक दूरसंवेदी उपग्रह है, जिसका विकास इसरो ने किया है. रिसोर्ससैट-2ए एक दूरसंवेदी उपग्रह है, जिसका लक्ष्य इससे पहले वर्ष 2003 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-1 और वर्ष 2011 में प्रक्षेपित रिसोर्ससैट-2 के कार्यों को आगे बढ़ाना है.
इससे पहले वर्ष 2003 में रिसोर्ससैट-1 और वर्ष 2011 में रिसोर्ससैट-2 का प्रक्षेपण किया गया था. इसका लक्ष्य वैश्विक उपयोगकर्ताओं के लिए दूरसंवेदी डेटा सेवाएं जारी रखना है. यह अपने पूर्ववर्ती उपग्रहों की तरह के ही उपकरणों को ले जाएगा.
रिसोर्ससैट- 2 ए उच्च क्षमता वाला एक लिनियर इमेजिंग सेल्फ स्कैनर कैमरा, मध्यम क्षमता वाला एक एलआईएसएस-3 कैमरा और एक अत्याधुनिक सेंसर कैमरा ले जाएगा, जिनका इस्तेमाल विभिन्न बैंड के लिए किया जाता है.
First published: 7 December 2016, 11:44 IST