कैंसर से हो गई थी बेटे की मौत, विज्ञान के चमत्कार ने बनाया 'दादी'

आज विज्ञान ने चिकित्सा के क्षेत्र में इतनी तरक्की कर ली है कि हर चीज को मुमकिन कर दिया है. विज्ञान का ऐसा ही एक करिश्मा महाराष्ट्र के पुणे में देखने को मिला. जब एक मृत शख्स के स्टोर किये गए सीमेन से दो जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ. बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है.
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दरअसल, प्रथमेश नाम के एक शख्स की ब्रेन कैंसर के चलते मौत हो गई थी. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक प्रथमेश की मां राजश्री पाटिल ने उसका सीमेन स्टोर करा दिया था. अब उन्होंने सेरोगेसी के जरिए उसी सीमेन का इस्तेमाल किया. प्रथमेश के स्टोर किए हुए सीमेन जुड़वां बच्चे पैदा हुए हैं. इनमें एक लड़का और एक लड़की शामिल हैं. बतादें कि इन बच्चों को उन्हीं की एक रिश्तेदार ने जन्म दिया है.
मृतक प्रथमेश की मां राजश्री पाटिल का कहना है कि उन्हें इन दोनों बच्चों में अपना बेटा दिखाई देता है. राजश्री पाटिल इन बच्चों को भगवान का उपहार मानती हैं. उन्होंने लड़के का नाम भी प्रथमेश ही रखा है और लड़की का नाम प्रीषा
पढ़ाई में तेज था प्रथमेश, जर्मनी में कर रहा था इंजिनियरिंग की पढाई
पाटिल के मुताबिक उन्हें अपने बेटे से बेहद लगाव था. वो पढ़ाई में बहुत तेज था और इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री करने के लिए जर्मनी गया हुआ था. वहीं वह ब्रेन कैंसर का इलाज भी करा रहा था. डॉक्टर ने प्रथमेश को कीमोथेरेपी के इलाज से पहले उसे अपने सीमेन को संरक्षित करने के लिए कहा था.
प्रथमेश की मां कहती हैं, कि उन्हें जरा सा भी एहसास नहीं था कि मेरा बेटा वापिस नहीं आएगा. प्रथमेश की एक बहन भी है जिसका नाम ज्ञानश्री है.
राजश्री बताती हैं कि उन्हें पीरियड्स होने बंद हो गएं थे, इसलिए वह प्रेगनेंट नहीं हो सकती थी, लेकिन एक शादी-शुदा रिश्तेदार को हमने सेरोगेट मां बनने के लिए राजी कर लिया और हमें तोहफे में दो जुड़वा बच्चे मिल गये.
कैंसर से चली गईं थी प्रथमेस की आंखें
प्रथमेश की बहन बताती है कि उसने सिंहगढ़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उसके बाद वह साल 2010 में जर्मनी चला गया. लेकिन साल 2013 में उसे ब्रेन कैंसर हो गया. ब्रेन कैंसर के इलाज के दौरान ही उसकी आंखें चली गईं. फिर उसे वापस बुला लिया गया. और मुंबई के हिन्दुजा अस्पताल में उसका इलाज कराया. लेकिन साल 2016 में उसकी मौत हो गई.
First published: 15 February 2018, 17:49 IST