कोरोना वायरस के बचने के लिए व्यक्ति पीने लगा इतना पानी, पहुंच गया अस्पताल, बाल-बाल बची जान

चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस के कारण इस साल एक समय के लिए पूरी दुनिया ठहर सी गई थी. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन हुआ, जिसके कारण दुनिया भर के व्यक्तियों और उद्योगों को प्रमुखता से नुकसान उठाना पड़ा है. डॉक्टर इस वायरस से संक्रमित होने के बाद लोगों में दिखाई देने वाले लक्षणों के आधार पर उनका उपचार कर रहे हैं. दुनिया भर की सरकारों ने अपने देशों में उन लक्षणों के बारे में लोगों को जागरूक किया है जो कोरोना से संक्रमित होने के बाद दिखाई देते हैं.
दूसरी तरफ लोगों से अपील की जा रही है कि वो अपने खान-पान में अधिक से अधिक ध्यान दे, ताकि उनकी इम्यूनिटी मजबूत हो और वायरस का उन पर अधिक असर ना हो. भारत समेत कई देशों ने क्या-क्या खाने से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है, इसको लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं. लेकिन, कई मौको पर ऐसा देखा गया है जब लोग खुद ही डॉक्टर बन गए और उन्हें लगा कि वो कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं, तो उन्होंने घर पर ही अपना देशी ईलाज भी शुरू कर दिया.
हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. 34साल के एक व्यक्ति को लगा कि उसे कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है. ऐसे में उसने वायरस से बचने के लिए हर दिन पांच लीटर पानी पीना शुरू कर दिया. इसका नतीजा यह हुआ है वो वो आईसीयू में पहुंच गया,जहां बड़ी मुश्किल से डॉक्टर उसकी जान बचाने में कामयाब हो पाए.
SRTnews की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड के ब्रिस्टल में रहने वाले ल्यूक विलियमसन जो पेशे से एक सिविल सर्वेंट हैं. ब्रिटेन में जब कोरोना वायरस की पहली लहर के दौरान लॉकडाउन लगाया गया को उन्हें लगा कि वो कोरोना की चपेट में आ गए हैं. उन्हें लगा कि अगर वो हर दिन पानी पीने की मात्रा को अगर बढ़ाकर दोगुना कर देंगे तो वो कोरोना से बच जाएंगे, और उन्होंने ऐसा ही किया. इसका असर यह हुआ कि उनके शरीर में सोडियम का स्तर खतरनाक तरीके से कम हो गया था और वो एक दिन लड़खड़ा कर गिर पड़े, जिसके बाद उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया.
ल्यूक की पत्नी ने इस बारे में बताया, "वे शाम को नहाने गए थे और अचानक बाथरूम में लड़खड़ा कर गिर गए. चूंकि लॉकडाउन था तो मैं अपने किसी पड़ोसी की मदद भी नहीं ले पाई. मैंने एंबुलेस बुलाई तो वो 45 मिनटों बाद आई. लेकिन, इस एंबुलेस के आने के 20 मिनट पहले तक ल्यूक बेहोश पड़े थे और किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दे रहे थे जिसकी वजह से मुझे काफी स्ट्रेस हो रहा था."
रिपोर्ट में बताया गया है कि ल्यूक पानी के नशे से पीड़ित थे.उनके शरीर में सॉल्ट लेवल बहुत कम हो चुका था और उसी के परिणामस्वरूप, वह अपने बाथरूम में गिर गए. खबर की मानें तो, डॉक्टरों ने बताया कि पानी की अधिक खपत के कारण ल्यूक का दिमाग सूज गया था. उन्हें 2-3 दिनों के लिए आईसीयू में रखा गया था और उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया था.