Water-tornado Spotted Near Mumbai’s coast: मुंबई के तट पर देखने को मिला पानी का दुर्लभ बवंडर, हैरान कर देंगी तस्वीरें

Water-tornado Spotted Near Mumbai’s coast: समुद्र की अथाह गहराईयों में न जारे कितने राज छिपे हुए हैं. इन राज के बारे में आजतक कोई कुछ नहीं जान पाया. समुद्र की उठती लहरें इंसान को डरा देती है. ऐसा ही एक नजारा बीते सोमवार को एक शख्स को देखने को मिल. जिसे देखकर वह हैरान रह गया. लेकिन इस दौरान उसने अपने कैमरे में इस दुर्लभ घटना की कुछ तस्वीरें कैद कर ली. जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. इस तस्वीर में आप मुंबई के तट पर आए एक दुर्लभ पानी के चक्रवात को समुद्र के अंदर देख सकते हैं.
दरअ्सल, सोमवार सुबह मालाबार हिल (Malabar Hill) में रहने वाले दर्शन खटाउ (Darshan Khatau) ने समुद्र में अजीब से हलचल देखी. ये इस मौसम की और उनकी जिंदगी की पहली ऐसी समुद्री घटना थी जिसने उन्हें हैरान कर दिया. लेकिन उन्होेंने तुरंत अपना कैमरा निकाला और उसका फोटो खींच लिया. दर्शन खचाउ ने एक वाटरपाउट (waterspout) या पानी के बवंडर (water-tornado) को देखा. जानकारी के मुताबिक, पानी का ये बवंडर मुंबई समुद्र तट पर मालाबार हिल से करीब 3 किमी दूर था. उस वक्त सुबह के सवा नौ बज रहे थे. तभी प्रोंज्स लाइटहाउस (Prongs Lighthouse) के पास 3 किमी दूर पानी के ऊपर तीव्र भंवर जैसा घूमता हुआ ऊर्ध्वाधर स्तंभ या कीप के आकार का बादल बन गया.
ढाई हजार साल से ताबूत में बंद पड़ी थी ममी, वीडियो में देखा खोलने के बाद फिर हुआ क्या?
दर्शन खटाउ का कहना है कि, "मैंने इसे तब देखा था जब मैं रोज की तरह अपनी बालकनी में पक्षियों की तस्वीर लेने गया. यह घटना लगभग 20 सेकंड तक चली और इस दौरान मैं दो छोटे वीडियो लेने में कामयाब रहा. जलस्तंभ सुबह कोलाबा से 1 किमी से अधिक दूर नहीं हो सकता है. क्लाउड कवर और धुंध के कारण, तस्वीरें बहुत स्पष्ट नहीं थीं. “खाटू, एक एवियन और वन्यजीव उत्साही हैं उन्होंने कई पक्षियों की प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया है.
रात के अंधेरे में घर जा रहा था फॉरेस्ट गार्ड, तभी सामने से आ गया शेर और फिर...
Adorable video: नवजात बच्चे को लेकर गिटार बजाते दिखा ये शख्स, वायरल वीडियो देख इमोशनल हो जाएंगे आप
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इसे एक दुर्लभ घटना कहा जाता है, विशेष रूप से तट के करीब होती है. इसके पीछे विज्ञान की व्याख्या करते हुए, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने एक रिपोर्ट में कहा गया था,“ यह एक वायुमंडलीय घटना है. यह बादलों का रोटेशन है जो नीचे आता है और पानी को ऊपर खींचता है. संवहनी धाराओं के कारण, एक डाउन-ड्रॉप प्रभाव है जो एक छोटे समय सीमा के लिए घूर्णन से पानी खींचता है. "
Elephant and Camel Video: ऊंट के साथ मस्ती करते दिखा हाथी, सूंड में पानी भरकर कर खेलने लगा होली
First published: 7 October 2020, 14:55 IST